आप सब 'पाखी' को बहुत प्यार करते हैं...

बुधवार, जुलाई 28, 2010

बारिश और रेनकोट...Rain-Rain go away..

यहाँ अंडमान में तो खूब बारिश हो रही है. सुबह स्कूल जाती हूँ तो बारिश होती है और शाम को बारिश के चलते पार्क में भी मस्ती नहीं हो पा रही है. कई बार इत्ती तेज हवाएं होती हैं कि अम्ब्रेला भी किसी काम का नहीं. अब तो मैंने रेन-कोट ले लिया है और इसे पहनकर स्कूल जाती हूँ. बारिश ख़त्म होगी तो फिर से पार्क में मस्ती....Rain-Rain go away
Come again another day
Little Pakhi wants to play
Rain-Rain go away.

38 टिप्‍पणियां:

मनोज कुमार ने कहा…

बहुत अच्छा लगा!

रंजन (Ranjan) ने कहा…

पाखी अभी आने दे न.. दिल नहीं भरा...

प्यार

सदा ने कहा…

बहुत ही सुन्‍दर ।

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

रेनकोट पहन, बारिश में दौड़ लगाने का अलग ही आनन्द है।

Bhavesh (भावेश ) ने कहा…

पाखी, बारिश के मौसम में रेनकोट पहन कर दौड़ लगाना लेकिन कीचड़ और फिसलन से बचकर...

Shahroz ने कहा…

हमने तो अभी तक बारिश का ठीक से मजा भी नहीं लिया पाखी..कुछ दिन और रुक जाओ.

Shahroz ने कहा…

नन्हा-मन पर आपकी ड्राइंग देखी. ..अप तो बहुत अच्छी आर्टिस्ट हो.

Asha Lata Saxena ने कहा…

-पाखी तुम बहुत प्यारी बच्ची हो |इसी तरह लिखती रहीं तो एक दिन बहुत अच्छी लेखिका बनोगी |
बहुत सा प्यार |आशा

दीनदयाल शर्मा ने कहा…

रेन कोट को पहन के निकली,
पाखी गुड़िया रानी.
बिन भीगे बरखा में नहाती,
हो गई बहुत सयानी,

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

Pankhi rain coat me jam rahi hai.......:)

डॉ टी एस दराल ने कहा…

बरखा रानी , ज़रा थम के बरसो
पाखी बिटिया , स्कूल से आ जाये तो
चाहे जम के फिर बरसो ।

वीरेंद्र सिंह ने कहा…

Baarish koi roz-roz to aati nahi . Isliye aap bhi baarish ka jamkar luft uthaao.

वीरेंद्र सिंह ने कहा…

Baarish koi roz-roz to aati nahi . Isliye aap bhi baarish ka jamkar luft uthaao.

निर्मला कपिला ने कहा…

अरे पाखी अभी और बरसने दो बारिश नही होगी तो फसल भी अच्छी नही होगी। वैसे रेन कोट मे जंच रही हो खूब मस्ती करो। आशीर्वाद। हाँ एक बात पूछना चाहती हूँ क्या तुम अपने देश से प्यार करती हो? अगर हाँ तो देश के लिये क्या करना चाहोगी? अगली पोस्ट पर जवाब देना। खुश रहो।

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) ने कहा…

अरे वाह!

daanish ने कहा…

अब पाखी के पास रेन कोट है ही....
तो बरखा रानी ... अब जम के बरसो....
और इधर इस तरफ भी इंतज़ार है
पाखी जी ,,, रेन जी को इधर भी भेज दीजिये... !!

राजभाषा हिंदी ने कहा…

बहुत अच्छी प्रस्तुति।

माधव( Madhav) ने कहा…

सुन्दर रेन कोट

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

बहुत सुंदर : सरस चर्चा ( 7 ) में
इस पोस्ट को शामिल किया गया है!

Amit Kumar Yadav ने कहा…

अंडमान में जमकर बारिश, पर इधर तो अभी तक रिमझिम ही...रेनकोट तो मस्त है पाखी का.

Unknown ने कहा…

पाखी, कुछ बारिश इधर भी तो भेजो..रेनकोट में फब रही हो.

Unknown ने कहा…

पाखी, कुछ बारिश इधर भी तो भेजो..रेनकोट में फब रही हो.

S R Bharti ने कहा…

Rain-Rain go away...so nice.

Shyama ने कहा…

Ha..ha..ha..majedar.

editor : guftgu ने कहा…

Looking cute ...

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

पाखी, एक रेन-कोट हमारे लिए भी खरीद दो न.

शरद कुमार ने कहा…

बारिश ख़त्म होगी तो फिर से पार्क में मस्ती....majedar raha.

mridula pradhan ने कहा…

very good.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ रंजन अंकल,
...फिर ठीक है. कुछ दिन और बारिश का मजा लेते हैं...

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ Asha दादी जी,

बस यूँ ही अपना प्यार और आशीष आप देती रहें....

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ दीनदयाल अंकल जी,

अले वाह, आपने तो प्यारी सी कविता ही बना दी..अच्छी लगी.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ दराल दादा जी,

..फिर शाम को पार्क में कैसे जाऊगीं. ..

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ निर्मला दादी जी,
आपने अच्छा सवाल पूछा. मैं तो अपने देश से बहुत प्यार करती हूँ, पर मुझे बहुत ख़राब लगता है जब मेरी ही उम्र का कोई बच्चा खाने या कपडे के बिना रहता है. मेरा वश चले तो ऐसी लोगों के लिए खाने और कपडे की व्यवस्था करूँ और फिर उन्हें स्कूल भी भेजूं. कानपुर में मैंने मामा-पापा के साथ ऐसा कुछ किया था.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ MUFLIS Uncle,

Rain ko bheja tha, milin ki nahin.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ रवि अंकल,

इस प्यारी सी चर्चा के लिए प्यार व आभार.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ Ratnesh Uncle,

Bheja to tha...

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ Dr. Brajesh Uncle,

..आपको मेरे लिए खरीदना चाहिए और आप तो उलटे मुझसे ही मांग रहे हो. जल्दी से एक रेनकोट भेजिएगा..इंतजार करूँगीं.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

मेरी यह पोस्ट आप सभी को पसंद आई न...बस ऐसे ही अपना प्यार और आशीष देते रहिएगा.