आप सब 'पाखी' को बहुत प्यार करते हैं...

प्रकृति और पर्यावरण लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
प्रकृति और पर्यावरण लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सोमवार, मार्च 27, 2023

Nature is the best teacher


Nature is the best teacher.

It is mother of all the creatures.

Nature always gives us the hope,

To climb up in life with any kind of rope.

BY- AKSHITAA🙂


बुधवार, फ़रवरी 08, 2023

Ghats of Varanasi : वाराणसी के गंगा घाट

वाराणसी के गंगा घाटों की खूबसूरती देखते बनती है। हल्की ठंड के बीच देर शाम को शरीर को सिहराती हवाएँ और इनके बीच गंगा में बोटिंग बेहद सुकून देती है। 











खिड़किया घाट, राजघाट से लेकर असि घाट तक अर्द्धचंद्राकार आकार में फैले 88 घाटों का विस्तृत नजारा देखते बनता है। शाम को घाटों पर विशेषकर दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती इसे और भी दिव्यता प्रदान करती है।

मंगलवार, फ़रवरी 07, 2023

Varanasi (Kashi) : सुबह-ए-बनारस

वाराणसी या बनारस (जिसे काशी के नाम से भी जाना जाता है) दुनिया के सबसे पुराने जीवित शहरों में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, काशी नगरी की स्थापना भगवान शिव ने लगभग 5,000 वर्ष पूर्व की थी। वाराणसी अपनी प्राचीन विरासत के साथ-साथ अध्यात्म, साहित्य, संस्कृति, कला और उत्सवों के लिए भी जाना जाता है। ज्ञान, दर्शन, संस्कृति, देवताओं के प्रति समर्पण, भारतीय कला और शिल्प यहाँ सदियों से फले-फूले हैं। 


वाराणसी की संस्कृति का गंगा नदी, श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर एवं इसके धार्मिक महत्त्व से अटूट रिश्ता है। वाराणसी के गंगा घाटों की खूबसूरती देखते बनती है। बनारस की शाम मशहूर है तो यहाँ की सुबह-ए-बनारस भी उतनी ही प्रसिद्ध है। गंगा घाटों पर बोटिंग बेहद सुकून देती है। नमो घाट (खिड़किया घाट), राजघाट से लेकर असि घाट तक अर्द्धचंद्राकार आकार में फैले 88 घाटों का विस्तृत नजारा देखते बनता है। शाम को घाटों पर होने वाली गंगा आरती इसे और भी दिव्यता प्रदान करती है।







 वाराणसी को प्रायः ‘मंदिरों का शहर’, ‘भारत की धार्मिक राजधानी’, ‘भगवान शिव की नगरी’, ‘दीपों का शहर’, ‘ज्ञान नगरी’ आदि विशेषणों से संबोधित किया जाता है। बौद्ध एवं जैन धर्म में भी इस नगर को पवित्र माना जाता है। तभी तो प्रसिद्ध अमरीकी लेखक मार्क ट्वेन लिखते हैं, “बनारस इतिहास से भी पुरातन है, परंपराओं से पुराना है, किंवदंतियों (लीजेन्ड्स) से भी प्राचीन है और जब इन सबको एकत्र कर दें, तो उस संग्रह से भी दोगुना प्राचीन है।”

बुधवार, मार्च 20, 2019

Save the Sparrow @ World Sparrow Day

आज विश्व गौरैया दिवस है।  एक दौर था, जब नन्ही गौरैया की चूं-चूं हर घर में सुनाई देती थी,पर अब यह प्यारी सी चिड़िया विलुप्त होने के कगार पर है। आज 'विश्व गौरैया दिवस' पर इस ओर सोचने की जरूरत है। कॉलर ट्यून में इसकी चहचहाहट सुनने की बजाय वास्तव में इसको जिन्दा रखिये। 


How can we save the sparrow?
Some small tips:
-Make arrangements in your own balcony or garden for the availability of food grains and water for sparrows.

-Try to minimize pollution as much as possible.

-Minimise the use of mobile phones, and use anti-radiation cover to protect yourself and the environment.

सोमवार, जुलाई 02, 2018

Summer Vacations in Mount Abu @ Boating in Nakki lake

गर्मी की छुट्टियों (Summer Vacations) का अपना अलग ही आनंद है। यहाँ जोधपुर में काफी गर्मी पड़ती है, इसलिए हम सभी ( मम्मी-पापा, अपूर्वा और मैं यानि अक्षिता (पाखी)  माउंट आबू घूमने चले गए। माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है।  यहाँ पर घूमने के लिए ढेर सारी जगहें हैं। पर मुझे तो सबसे अच्छा लगा नक्की लेक, माउन्ट आबू में बोटिंग करने में। सुबह और शाम के समय यहाँ बोटिंग करने में खूब आनंद आता है। यहाँ आपके साथ कुछ पिक्चर्स शेयर कर रही हूँ।  















Enjoying Summer vacation with lots of fun in Mount Abu, Rajasthan.


अक्षिता और 'पाखी की दुनिया' से  अब फेसबुक पर भी जुड़ सकते हैं -


मंगलवार, जून 05, 2018

विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण

आज विश्व पर्यावरण दिवस है। प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण बेहद जरुरी है। आज हमारे परिवार के सभी सदस्यों ने पौधारोपण किया।  मम्मी-पापा, मेरी प्यारी सिस्टर अपूर्वा और मैंने !
 Plant a tree, water a tree, save a life, save the earth. Let's pledge to make the world a greener place.
Every plant matters,, let's conserve environment by planting all type of plants 

The little efforts we make at a personal level add up to make a big difference in the end. Let us pray we get to save the only world that we have.


Save Trees, Save Earth, Save Environment.

The planet does not belong to us, we belong to the planet. Save it... Protect it and most importantly respect it.  

Take care of the earth & she will take care of you.


सोचिए, यदि हमारे आस-पास पेड़-पौधे न हों, मुस्कुराते फूल न हों, चिड़ियों की चहचहाहट न हो, भिन्न-भिन्न ऋतुएं न हों ......तो सब कुछ कितना सूना लगेगा। सो, अभी भी देर नहीं हुई है। यदि पहले से संजीदगी न रही हो तो अभी से शुरुआत कर लें !!
और हाँ, चलते-चलते यह प्यारी सी कविता भी, जिसमें एक खूबसूरत सन्देश भी छुपा है।  जिसने भी लिखी, उन्हें धन्यवाद के साथ -

 मैंने एक चिड़िया पाली..!
एक दिन वो उड़ गयी..!!

फिर मैंने  एक गिलहरी पाली..!
एक दिन वो भी चली गयी..!

फिर मैंने एक दिन एक पेड़ लगाया ..!
दोनों वापिस आ गये...!!


!! विश्व पर्यावरण दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएँ !! 

रविवार, अप्रैल 01, 2018

Save the Environment : पेड़-पौधे लगाएं, धरती को कूल बनाएँ

अप्रैल माह की शुरुआत के साथ ही गर्मियाँ भी आरंभ हो गई हैं। अप्रैल की शुरुआत ही "अप्रैल फूल" बनाने के साथ होती है । पर अब जरूरत है कि लोगों को "अप्रैल फूल" बनाने के बजाय एक पेड़ लगाकर इसे "अप्रैल कूल" के रूप में मनाया जाए। हम सबकी यह  एक छोटी सी मुहिम धरती को "कूल" बनाने में मददगार हो सकती है।



Instead of making "April Fool", plant at least one tree and make "April Cool".

This small campaign of your's may help making this earth "Cool".

रविवार, अक्टूबर 02, 2016

गाँधी जयंती पर 'स्वच्छ भारत अभियान'

आज देश के राष्ट्रपिता गाँधी जी की जयंती है और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की भी जयंती है। ये दोनों हमारे देश के महान नेता थे। गाँधी जी ने देश को आजादी दिलाई तो शास्त्री जी ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया।




गाँधी जी की जयंती पर  पूरे देश में 'स्वच्छ भारत अभियान'  भी चलाया जा रहा है। जब  हम सभी अपने आस-पास सफाई का ध्यान रखेंगे, तभी देश सुंदर बनेगा।


स्वच्छता के साथ-साथ इस अवसर पर पौधरोपण करके पर्यावरण को भी सुरक्षित रखना होगा।  इस अवसर पर मैंने अपने स्कूल  ड्राइंग भी बनाई और घर पर पौधरोपण भी किया।