आपको याद है पहली बार अख़बार में आपकी फोटो कब प्रकाशित हुई थी. ...याद कीजिये. है न कठिन काम. शायद बर्थ-डे कॉलम में...नहीं, फिर स्कूल की पत्र-पत्रिका में..वो भी नहीं..फिर तो मुझे भी नहीं पता. हाँ, अपना पता है. विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में बर्थडे कॉलम की छोड़ दें तो किसी अख़बार में मेरी फोटो पहली बार 15 जुलाई, 2009 को प्रकाशित हुई थी और अख़बार का नाम था आई-नेक्स्ट (i-next). आज 14 जून, 2010 है यानी आज से 11 महीने पहले. चलिए आपको भी अख़बार का वो पेज दिखाती हूँ-
अब आप सोचेंगें कि ये बात मुझे कैसे याद आई. पिछले दिनों पापा ने अपने पर प्रलय का इंतजार नाम से एक पोस्ट लिखी, इस पोस्ट की चर्चा जनसत्ता अख़बार में भी हुई. इस लेख में बहुत कुछ मेरी बातें लिखी गई थीं. यह बात मैंने पापा को बताई थीं और अपने इस ब्लॉग पर विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर लिखी भी थीं. अख़बार में अपने नाम देखकर बहुत अच्छा लगा. और अब जब स्कूल खुलेगा तो अपने टीचर को भी दिखाउंगी, वो भी बहुत खुश होंगीं. आप भी इसे पढ़िएगा- और हाँ चलते-चलते एक बात और याद आई कि दीनदयाल शर्मा अंकल जी ने अपने टाबर टोली (1-15 मई, 2010 अंक) अख़बार में भी मेरी ड्राइंग लगाई है. साथ में मेरी फोटो और मेरे बारे में भी. आप भी देखिये न और फिर बताइए कि कैसी है-
55 टिप्पणियां:
पाखी की बातें प्यारी-प्यारी और फोटो भी बड़ी शानदार निकली है..बधाई !!
वाह पाखी...तुसी तो ग्रेट निकली. हर जगह तुम्हारी ही चर्चा...शुभकामनायें.
बधाई हो
वाह मजा आ गया .. खबर ही कुछ ऐसी है
जनसत्ता में हमने भी आपका नाम और आपकी बातें पढ़ी थीं..पढ़कर अच्छा लगा..बधाई.
और हाँ, आई-नेक्स्ट अख़बार में आपका चित्र तो बहुत क्यूट लग रहा है. टाबर टोली में आपकी ड्राइंग और फोटो के क्या कहने..उन्नति पथ पर अग्रसर हों.
इसे कहते हैं बड़े माँ-बाप की बड़ी बिटिया...शानदार कवरेज मिली है. हमें तो आपसे थोड़ी-थोड़ी जलन भी हो रही है.
एक साथ इत्ती चर्चा...जनसत्ता, आई नेक्स्ट और टाबर टोली. आई नेक्स्ट वाली आपकी फोटो तो मैंने भी देखी थी. यह उस समय की है जब आपके पापा कानपुर में वरिष्ठ अधीक्षक पद पर थे. आगे भी आपकी चर्चा होती रहें..यही दुआ है.
जनसत्ता में 'प्रलय का इंतजार' लेख में आपकी बातें हमने पढ़ी थीं. ये तो पाखी के ब्लॉग पर भी है. अपनों को देखना-सुनना सुकूनदायी लगता है..
आई नेक्स्ट की फोटो बड़ी धांसू है पाखी और ड्राइंग खूब बनाओ.
यही तो है पूत के पाँव पालने में...मुबारकवाद.
पाखी को ढेरों शुभकामनायें व आशीष...यूँ ही प्रगति करती रहो, अच्छे कार्यों के लिए चर्चा होती रहें.
अक्षिता की चर्चा तो हर जगह होती है.. परिकल्पना ब्लागोत्सव से लेकर वैशाखानंद सम्मान प्रतियोगिता तक...अब प्रिंट मीडिया में भी पाखी की प्यारी-प्यारी बातें व मनभावन चित्र..अद्भुत !!
मान गए अपनी नन्हीं गुडिया को...हार्दिक बधाई.
हमने तो प्रिंट आउट निकालकर रख लिया..आराम से पढेंगे.
पाखी की हर अदा ही निराली है...छा गई पाखी यहाँ भी...बधाई.
पाखी को ढेरों शुभकामनायें , ये तो बहुत ही खुशी की बात है , चलो मिठाई खिलाओ .
pakhi is super Girl
Pakhi ko haardik shubhkamnayne.....
bahut achhi lagi photo aur baaten...
ढेरों शुभकामनायें व आशीष....
प्यार...
पर आज १५ जून २०१० कहाँ है? :)
वाह...ये तो बहुत खुशी की बात है....नन्ही पाखी की तस्वीर तो तो अभी से अखबार में छपने लगी है.....
आगे भी हमेशा ऐसे काम करो जिससे तुम्हारा और माँ पापा का नाम रौशन हो....
ढेर सा प्यार और शुभकामनायें
अरे गज़ब!! हमारी पाखी बिटिया तो पहले से ही स्टार है, अब तो सुपर स्टार हो गई..क्या स्टाईल वाला फोटो छपा है..वेरी गुड. मजा आ गया आपके सबसे अच्छे वाले अंकल को!!
अरे वाह , पाखी , मज़ा आ गया आपके फोटो देखकर ।
आप तो इतनी छोटी सी होकर भी बड़े काम कर रही हो ।
खूब पेंटिंग्स बनाओ और और भी अच्छे काम करो ।
पाखी को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं । यूं ही प्रगति पथ बढती रहे , स्नेहशीष
waah Pakhi bahut achha aise hi aage badti raho ......
@ Bhanwar Singh Uncle,
अच्छे लोग जलते नहीं हैं, तारीफ करते हैं.
@ Shahroz Aunty,
आप तो ग्रेट हैं. आपने तो वाकई पहचान लिया...प्यार व आभार.
@ raghav Uncle,
पढ़कर बताइयेगा भी कि कैसा लगा.
@ Madhav,
जल्दी से मुँह खोलो, तभी तो मिठाई मिलेगी.
@ Ranjan Uncle,
यह पोस्ट पहले १५ को लगनी थी. फिर १४ को ही लग गई.
@ samir Uncle ji,
आप वाकई सबसे अच्छे वाले अंकल जी हो..प्यार.
@ sangeeta Aunty ji,
आपका आशीष बना रहे....
आप सभी के प्यार, स्नेह और प्रोत्साहन के लिए ढेर सारा प्यार व आभार !!
हमने तो पड़ लिया
एक कविता पाखी के लिए "मेरे भैया"
प्रीत पाठशाला में पढ़ते एक चूहा इक चुहिया.
चुहिया कहती "बड़ा बहादुर मेरा चूहा भैया."
एक बार चुहिया ने बोला चूहे से शरमाके
"मेरी मम्मी चली गयी है मेरी नानी माँ के."
"मेरे पापा मुझे डाँटते लाते नहीं घुमा के.
मेरे प्यारे अच्छे भैया पास ले चलो माँ के.
मुझे याद आती है माँ की, सो जाती बिन खाके.
कलकत्ता चुपचाप चलेंगे मुझे टिकट दो लाके.
मधुर-मधुर प्यारी-प्यारी बातें करती निज मैया.
मुझे सुला देती है, लोरी गाके मेरी मैया.
एक बार जब लौट रहे, दोनों लटकाए बस्ते.
प्रीत पाठशाला की छुट्टी हुई चले इक रस्ते.
रस्ते में मिल गया चुहि को एक वृक्ष का पत्ता.
चूहे ने फिर घुमा फिरा कर देखा पूरा पत्ता.
समझदार बन बोला "ये तो रबड़ वृक्ष का पत्ता.
काश! टिकट बन जाता फिर तो चलते हम कलकत्ता."
चुहिया पत्ता लिए खुशी से नाची ता-ता थैया.
'मेरे मन की बात बोल देते हैं मेरे भैया'.
.... बधाई व शुभकामनाएं !!!
@ PRATUL Uncle,
आपकी बाल कविता तो बहुत प्यारी लगी..मजा आ गया पढ़कर.
बधाई .....पाखी जी ....!!
होनहार बिरवान के होत चिकने पट ......!!
मेरी बिटिया रानी अगर कोई तस्वीर बना सको तो एक मुझे भी चाहिए .बच्चे मुझ बहुत प्यारे लगते हैं .बच्चियां तो और भी .
मै जल्दी ही एक साईट mymotherindia .com लांच करने जा रहा हूँ. उसमे लगाऊँगा. और तुम तो बहुत ही प्रतिभाशाली हो . बच्चों के सेक्सन की मेज़बान बनोगी ? अभी लांच नहीं हुयी है पर साईट पर जा रूपरेखा समझ सकती हो .
तुम्हारी की टिप्पणी मेरे उस आलेख की सबसे बड़ी धरोहर है .
बहुत ही स्नेह
मेरी बिटिया रानी अगर कोई तस्वीर बना सको तो एक मुझे भी चाहिए .बच्चे मुझ बहुत प्यारे लगते हैं .बच्चियां तो और भी .
मै जल्दी ही एक साईट mymotherindia .com लांच करने जा रहा हूँ. उसमे लगाऊँगा. और तुम तो बहुत ही प्रतिभाशाली हो . बच्चों के सेक्सन की मेज़बान बनोगी ? अभी लांच नहीं हुयी है पर साईट पर जा रूपरेखा समझ सकती हो .
तुम्हारी की टिप्पणी मेरे उस आलेख की सबसे बड़ी धरोहर है .
बहुत ही स्नेह
अरे वाह पाखी आप तो अखबारों में छाए हुए हो बहुत खूब बेतरीन
apne mamma papa se peechhe mat rahna.... badhaii. achchha laga dekh kar.
Thank you the complement. Your Pakhi is very beautiful indeed. May god bless this world.
Fortunately, i also work in lucknow, i next. I am desk in charge here.
यूँ ही दिन दिन तरक्की पाओ
जग में अपना नाम कमाओ ...
प्यारी प्यारी पाखी को पुखराज का देर सा प्यार....
वाह पाखी वाह! ऐसे ही लगी रहो सारे जमाने की सफलताएँ एक दिन तुम्हारे कदमोँ मेँ होँगी!
badhai pakhi.
habash Pakhi ,aise hi likhti raho ,shubhkamnayen aur pyar dher se,
tumhara uncle,
dr.bhoopendra
jeevansandarbh.blogspot.com
habash Pakhi ,aise hi likhti raho ,shubhkamnayen aur pyar dher se,
tumhara uncle,
dr.bhoopendra
jeevansandarbh.blogspot.com
पाखी अपने मम्मी-पापा का खूब नाम रोशन करें..यही दुआ है.
@ Raj Singh Uncle ji,
आप मेरे ब्लॉग पर आये..आपका आभार. आपको चित्र जरुर भेजूंगी .
आप सभी लोगों के प्यार-दुलार-स्नेह के लिए ढेर सारा प्यार व आभार . ऐसी ही मेरे ब्लॉग पर आते रहें और अपना प्यार देते रहें.
bhaee Pakhi bitiya, apko chahne walon ki list bahut lambi hai..Taabar Toli men ke liye aur nai nai Drawing bhejte rahna.kal raat ko iske nye ank ki prti net par www. taabartoli. blogspot.com par chadda denge.aur apko Daak se bhi bhej denge..apka Deendayal uncle.
पाखी को ढेरों शुभकामनायें
.........ढेर सारी शुभकामनायें.
.........ढेर सारी शुभकामनायें.
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