इस संडे को मैंने पोर्टब्लेयर (Portblair) में तीन खूबसूरत म्यूजियम देखे, तीनों एक से बढ़कर एक-एन्थ्रोपोलाजिकल म्यूजियम (Anthropological Museum), फिशरीज म्यूजियम (Fishries) और समुद्रिका नेवेल मरीन म्यूजियम (Naval Marine Museum). कहते हैं कि किसी जगह को समझना हो तो म्यूजियम से अच्छा कुछ नहीं हो सकता. एन्थ्रोपोलाजिकल म्यूजियम में मैंने देखा कि हमारे पूर्वज कैसे होते थे.
उनके बर्तन, हथियार इत्यादि भी मैंने देखे. अंडमान-निकोबार की जनजातियों के सम्बन्ध में भी यहाँ पर तमाम मजेदार जानकारियाँ मिलीं.सेंटीनली जनजाति का झोपड़ा भी देखा. आपको पता है सेंटीनली (sentineli) जनजाति से अभी भी लोग सम्बन्ध कायम नहीं कर पाते हैं, वे तीर-धनुष से हमला कर देते हैं।
उनके बर्तन, हथियार इत्यादि भी मैंने देखे. अंडमान-निकोबार की जनजातियों के सम्बन्ध में भी यहाँ पर तमाम मजेदार जानकारियाँ मिलीं.सेंटीनली जनजाति का झोपड़ा भी देखा. आपको पता है सेंटीनली (sentineli) जनजाति से अभी भी लोग सम्बन्ध कायम नहीं कर पाते हैं, वे तीर-धनुष से हमला कर देते हैं।
एन्थ्रोपोलाजिकल म्यूजियम के बाद हम लोग फिशरीज म्यूजियम गए. यहाँ अन्दर फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है. यहाँ पर ढेर सारी मछलियाँ हैं. इसके अलावा डोल्फिन (Dolphin), शार्क (Shark), व्हेल (Whale) सहित अंडमान के राज्य-जीव समुद्री गाय (Dugong creek) के कंकाल भी यहाँ देखे जा सकते हैं. व्हेल का कंकाल तो इतना विशालकाय था कि मैं दंग रह गई. फिर हम समुद्रिका (नेवेल मरीन म्यूजियम) गए, यह हमारे घर के बगल में ही है.
खूबसूरत मछलियाँ और प्रवाल (Corals) तो और भी खूबसूरत लगते हैं.ये देखिये कछुए (Turtle) की मोटी खाल. अंडमान में चार तरह के कछुए मिलते हैं, इन्हीं में से ओलिवे-रिडले (Olive Ridley)भी हैं.खूबसूरत सीपियाँ और शंख तो बड़े मनभावन लगे.अंडमान-निकोबार (Andaman & Nicobar Islands) के आदिवासियों का एक चित्र यहाँ भी.भारत के एकमात्र जागृत ज्वालामुखी 'बैरन ज्वालामुखी' (Barren Volcano) का चित्र भी यहाँ दिखा। सुनामी (Tsunami) के दौरान यह पुन : जागृत हुआ था, फ़िलहाल 2006 से शांत है।
...तो मजेदार रहा न मेरा यह म्यूजियम-टूर और आप लोगों को भी मैंने बैठे-बैठे यहाँ की सैर करा दी। आप लोग भी यहाँ आइयेगा तो ये म्यूजियम जरुर घूमने जाइएगा और हाँ, पाखी को नहीं भूलियेगा !!
23 टिप्पणियां:
अंडमान वास्तव में ही धरती पर स्वर्ग है. मुझे गर्व है कि यह स्वर्ग भारत में है.
अंडमान-निकोबार : एक परिचय.
are vaah......kyaa baat hai....khoob sair kee hamne bhi.....lekin ek baat aap nahin jaan paayi paakhi.....vo jo paanch logon vaali photo,jiske aap khadi ho bicho-bich....usmen theek aapke peechhe beecho-beech vala main tha.....ha...ha....ha....ha...main bhoot bol rahaa hun.....!!
अतिसुन्दर पाखी. आज तो खूब जमकर सैर कराई. अब तो अंडमान आना ही पड़ेगा. बताओ कब आ जाएँ.
कल 25 मार्च को आपका जन्मदिन है. अग्रिम शुभकामनायें. कल फिर मिलेंगे.
शानदार सैर कराई पाखी. मन गदगद हो गया.
सुन्दर सैर अंडमान की।
भूतनाथ अंकल..
.हा.हा..हा..उसी समय क्यों नहीं बताया. लगता है भूत अंकल ही डर गए..हा..हा..हा..
@ Rashmi Singh,
अभी आ जाओ आप..आपको भी सैर कराएँगे.
@ Rashmi Singh,
जन्म-दिन की अग्रिम बधाई के लिए थैंक्स...केक, चाकलेट और ढेर सारे गिफ्ट लेकर आप आना.
अरे वाह , पाखी पोर्ट ब्लेयर में ।
बहुत अच्छा लगा । हम भी गए थे कुछ साल पहले ।
हमें तो पाखी की फोटो बहुत सुन्दर लगी।
और कल आपका जन्मदिन भी है । तो पाखी को अग्रिम बधाई और हैप्पी बर्थडे।
Superb...Wonderful Pictures..Congts.
पाखी,
स्नेहाशीष।
कल के जन्मदिवस पर अग्रिम बधाई।
जीवन में खूब आगे बढो, खूब उन्नति करो, इस धरा को शस्यश्यामला बनी रहने में तुम्हारा भी योगदान हो।
सदा खुश रहो और रखो।
अरे वाह...मज़ा आ गया ये म्यूजियम देख कर...ढेर सारी जानकारी बढ़ी सो अलग...अब तुम्हारा शुक्रिया कैसे अदा करें? कभी मिलोगी तो खूब सारी चाकलेट देंगे...पक्का..प्रामिज... ठीक हैं ना?
नीरज
अक्षिता पाखी को शुभाशीर्वाद!
रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाये !
दीदी, आपने खूब दर्शन किए पोर्ट ब्लेयर के।
बधाई।
आप मेरे ब्लॉग पर भी आए, अच्छा लगा।
हम मिलते रहेंगे।
प्रिय पाखी, नमस्ते. आपका ब्लॉग देखा तो बहुत ही अच्छा लगा. बधाई. मुझे बच्चों से बेहद प्यार है. ..बच्चे मेरी सांसें हैं. मैं आपको उपहार में अपनी रचनाएँ भेजना चाहता हूँ. आपको पढ़ कर मजा आयेगा. मेरा ब्लॉग भी देखना. इसमें प्रत्येक फोटो के नीचे कमेंट्स में मैंने रचनाएँ दे रखी हैं. आपको जरुर पसंद आएगी. आपका अंकल , दीनदयाल शर्मा.
www.http://deendayalsharma.blogspot.com
www.http://tabartoli.blogspot.com
चूँचूँ चूहा / दीनदयाल शर्मा
चूँचूँ चूहा बोला - मम्मी
मैं भी पतंग उडाऊँगा
लोहे सी मजबूत डोर से
मैं भी पेच लडाऊँगा
मम्मी बोली - तुम बच्चे हो
बात पेच की करते हो
बाहर बिल्ली घूम रही है
क्या उससे नहीं डरते हो ?
चूँचूँ बोला - बिल्ली क्या है
उससे करूंगा "फेस"
मैंने पहन रखी है मम्मी
काँटों वाली ड्रेस.
अकड़ / दीनदयाल शर्मा
अकड़ -अकड़ कर
क्यों चलते हो
चूहे चिंटूराम ,
ग़र बिल्ली ने
देख लिया तो
करेगी काम तमाम,
चूहा मुक्का तान कर बोला
नहीं डरूंगा दादी
मेरी भी अब हो गई है
इक बिल्ली से शादी.
www.http://deendayalsharma.blogspot.com
लो भई आज तो बिटिया का जन्म दिन है और सबसे अच्छे वाले अंकल भागते हुए आये हैं बधाई देने, आशिर्वाद देने और केक खाने.. :)
जब आयेंगे तब घूमेंगे भी पाखी के साथ और केक भी खायेंगे. ठीक है!!!
पाखी दीदी, जन्म दिन मुबारक हो
ढेरों बधाईयां
Happy Birth Day
खूब अच्छी सैर कराई तुमने.. बहुत सुन्दर...
शुक्रिया !!
Stylish Pakhi...!!
प्रिय पाखी, नमस्ते. आपका ब्लॉग देखा तो बहुत ही अच्छा लगा. बधाई.
अतिसुन्दर पाखी. आज तो खूब जमकर सैर कराई.
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