आप सब 'पाखी' को बहुत प्यार करते हैं...

मंगलवार, फ़रवरी 22, 2011

चल मेरे हाथी...


पिछले रविवार को मैं ममा-पापा और तन्वी के साथ हैवलाक घूमने गई थी तो वहाँ एलीफैंट-राइडिंग का भी मजा लिया. पहले जो जब मुझे पता चला कि संडे को राधानगर बीच पर एलीफैंट-राइडिंग नहीं होती है तो मैं बहुत उदास हो गई. फिर पापा ने वहाँ के DFO अंकल से बात करके एलीफैंट-राइडिंग की व्यवस्था कराई.

यह तो मेरी पहली एलीफैंट-राइडिंग थी, सो डर भी लग रहा था की कहीं हाथी-राजा मुझे गिरा न दें.

पर ममा-पापा के रहते डर कैसा...

महावत जी भी तो साथ-साथ चल रहे थे..

कित्ता मजा आ रहा है जंगल के बीच से गुजरते हुए...और हाथी के बड़े-बड़े कान देखकर तो और भी मजा आ रहा था.पर नीचे देखो तो कित्ता डर भी लग रहा था.

एलीफैंट-राइडिंग में तो मुझे बहुत मजा आया...अब तो जब भी हैवलाक जाउंगी, इसका मजा लूंगी. चल मेरे हाथी...








23 टिप्‍पणियां:

PAWAN VIJAY ने कहा…

मजा आ गया
के के यादव जी से नमस्कार कहना बेटा

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

बहुत बढ़िया पाखी.हाथी की सवारी का खूब मज़ा लिया तुमने तो :)
हाथी मेरे साथी ...है न :)

With Love-

Kailash Sharma ने कहा…

हैवलाक आइलैंड और उस पर हाथी की सवारी क्या बात है..बहुत मज़ा आया होगा..

vandana gupta ने कहा…

अरे वाह! फिर तो खूब मज़ा किया।

Ram Shiv Murti Yadav ने कहा…

एलीफैंट-राइडिंग में तो मुझे बहुत मजा आया...अब तो जब भी हैवलाक जाउंगी, इसका मजा लूंगी. चल मेरे हाथी...

...दादा को भी घुमाना पाखी. तुम्हें और तन्वी को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद.

Taarkeshwar Giri ने कहा…

Aur hame bhi khuma diya apne.

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

सचमुच, पाखी की दुनिया तो बहुत निराली है!

vijai Rajbali Mathur ने कहा…

अच्छा लगा पढ़-चित्र देख कर.

उम्मतें ने कहा…

कित्ती सुन्दर फोटो आई है तुम्हारी !

Chaitanyaa Sharma ने कहा…

बहुत बढ़िया पाखी.......सुन्दर फोटो

Patali-The-Village ने कहा…

अरे वाह! फिर तो खूब मज़ा किया। अच्छा लगा चित्र देख कर|

उपेन्द्र नाथ ने कहा…

wah sabhi pics bahut hi achchhi lage...hathi par khoob sari masti.

Sunil Kumar ने कहा…

अरे वाह!.हाथी की सवारी ....

निर्मला कपिला ने कहा…

ारे वाह अकेले ही घूमते हो नानी को साथ नही ले कर जाते? आशीर्वाद।

SPARSH ने कहा…

खूब मज़ा आया होगा न हाथी की सवारी कर के . सच पाखी तुम्हारी तो बड़े मजे हैं ....

डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीति ने कहा…

अरे वाह ! हाथी की सवारी कर के तो खूब मजा आ गया .. यह चित्रों वाली सुन्दर पोस्ट चर्चामंच पर होगी ..पाखी .. शुभकामनायें ...
शुक्रवार को चर्चामंच पर आइयेगा .. हाथी के साथ मत आना नहीं तो चर्चा करने आये लोग डर जायेंगे ... पैदल आना मम्मी के साथ...:)) सस्नेह

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

हाथी मेरे साथी।

Pankhuri Times ने कहा…

किन्ना अत्ता आती... पंखुली बी बैतेदी पाखी दीदी के छात...!

हरीश जोशी ने कहा…

पाखी को बहुत बहुत आर्शीवाद और ढेर सारा प्‍यार । इसी तरह घूमती रहो और सैर करती रहो ।
हरीश जोशी

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत सुन्दर!
हाथी की सवारी का आनन्द ही अलग है!
आपकी इस खूबसूरत पोस्ट की चर्चा तो बाल चर्चा मंच पर भी की गई है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2011/02/34.html

palash ने कहा…

ये पढ कर अपने बचपन के दिन याद आ गये।

Unknown ने कहा…

हमें भी हाथी पर बैठना है पाखी...

Unknown ने कहा…

और तन्वी कहाँ रह गई..