अक्षिता पाखी हिंदी ब्लॉग जगत की एक ऐसी मासूम चिट्ठाकारा, जिसकी कविताओं और रेखाचित्र से ब्लोगोत्सव की शुरुआत हुयी और सच्चाई यह है कि उसकी रचनाओं की प्रशंसा हिंदी के कई महत्वपूर्ण चिट्ठाकारों से कहीं ज्यादा हुयी । यदि अक्षिता को ब्लोगोत्सव का सुपर स्टार कहा जाए तो शायद न कोई अतिश्योक्ति होगी और न शक की गुंजाईश ही । इसीलिए उसे ब्लोगोत्सव की टीम ने "वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा" का खिताब देते हुए सम्मानित करने का निर्णय लिया है । "जानिये अपने सितारों को" के अंतर्गत आज प्रस्तुत है उनसे पूछे गए कुछ व्यक्तिगत प्रश्नों के उत्तर-
(१) पूरा नाम :
अक्षिता
अक्षिता
(३) वर्तमान पता :
द्वारा श्री कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएँ, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, पोर्टब्लेयर-744101
द्वारा श्री कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएँ, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, पोर्टब्लेयर-744101
(३) ई मेल का पता :
akshita_06@rediffmail.com
akshita_06@rediffmail.com
(३) टेलीफोन/मोबाईल न। :
09476046232
(५) अपने ब्लॉग के अतिरिक्त अन्य ब्लॉग पर गतिविधियों का विवरण :
ब्लागोत्सव में ड्राइंग व बाल-कविता
(http://utsav.parikalpnaa.com/2010/04/blog-post_8277.html),
ताऊजी डाट काम पर बाल-कविता
(http://www.taauji.com/2010/05/blog-post_02.html),
सरस प्यास पर मेरी ड्राइंग और उस पर लिखा गया शिशु गीत
ब्लागोत्सव में ड्राइंग व बाल-कविता
(http://utsav.parikalpnaa.com/2010/04/blog-post_8277.html),
ताऊजी डाट काम पर बाल-कविता
(http://www.taauji.com/2010/05/blog-post_02.html),
सरस प्यास पर मेरी ड्राइंग और उस पर लिखा गया शिशु गीत
(६) अपने ब्लॉग के अतिरिक्त आपको कौन कौन सा ब्लॉग पसंद है ?
शब्द-शिखर, शब्द सृजन की ओर, उड़न तश्तरी, परिकल्पना, माँ, सरस पायस, ब्लागोत्सव-2010, उत्सव के रंग, डाकिया डाक लाया, आदित्य, माधव, नन्हा मन, बाल सजग, दीन दयाल शर्मा, बाल संसार, फुलबगिया, नन्हें सुमन, बाल सभा, बाल उद्यान, युवा-मन, सप्तरंगी प्रेम, नन्हे मुन्हे, नव सृजन, गीत सहित ढेर सारे।
शब्द-शिखर, शब्द सृजन की ओर, उड़न तश्तरी, परिकल्पना, माँ, सरस पायस, ब्लागोत्सव-2010, उत्सव के रंग, डाकिया डाक लाया, आदित्य, माधव, नन्हा मन, बाल सजग, दीन दयाल शर्मा, बाल संसार, फुलबगिया, नन्हें सुमन, बाल सभा, बाल उद्यान, युवा-मन, सप्तरंगी प्रेम, नन्हे मुन्हे, नव सृजन, गीत सहित ढेर सारे।
(७) ब्लॉग पर कौन सा विषय आपको ज्यादा आकर्षित करता है?
बच्चों से जुडी रचनाएँ, ड्राइंग, चर्चा इत्यादि ।
(८) आपने ब्लॉग कब लिखना शुरू किया ?
जून, २००९
जून, २००९
(९) यह खिताब पाकर आपको कैसा महसूस हो रहा है ?
बहुत अच्छा लग रहा है।
बहुत अच्छा लग रहा है।
(१०) क्या ब्लोगिंग से आपकेमें अथवा अन्य आवश्यक कार्यों में अवरोध उत्पन्न नहीं होता ?
नहीं।
(११) ब्लोगोत्सव जैसे सार्वजनिक उत्सव में शामिल होकर आपको कैसा लगा ?
बहुत अच्छा।
(१२) आपकी नज़रों में ब्लोगोत्सव की क्या विशेषताएं रही ?
बड़ों के साथ-साथ बच्चों की रचनाएँ इत्यादि भी प्रस्तुत करना।
(१३) ब्लोगोत्सव में वह कौन सी कमी थी जो आपको हमेशा खटकती रही ?
कोई नहीं।
कोई नहीं।
(१४) ब्लोगोत्सव में शामिल किन रचनाकारों ने आपको ज्यादा आकर्षित किया ?
सबने, सबकी रचनाएँ अच्छी लगी ....!
(१५) किन रचनाकारों की रचनाएँ आपको पसंद नहीं आई ?
कहा न , सबकी रचनाएँ बहुत अच्छी थी ....!
कहा न , सबकी रचनाएँ बहुत अच्छी थी ....!
(१६) क्या इस प्रकार का आयोजन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाना चाहिए ?
हाँ , मगर बच्चों की भागीदारी ज्यादा होनी चाहिए
हाँ , मगर बच्चों की भागीदारी ज्यादा होनी चाहिए
(१७) आप कुछ अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में बताएं :
मेरा नाम अक्षिता है। मम्मी-पापा मुझे प्यार से 'पाखी' नाम से बुलाते हैं।मेरा जन्म 25 मार्च, 2007 को को कानपुर में हुआ। मेरा पैतृक स्थान आजमगढ़ है, फ़िलहाल अपने मम्मी-पापा के साथ पोर्टब्लेयर में हूँ। यहाँ में कारमेल स्कूल में नर्सरी में पढ़ती हूँ। मेरी रुचियाँहैं- प्लेयिंग, डांसिंग, ड्राइंग, ट्रेवलिंग, ब्लागिंग, अच्छी-अच्छी रचनाएँ पढना व उन्हें समझने की कोशिश करना।
मेरा नाम अक्षिता है। मम्मी-पापा मुझे प्यार से 'पाखी' नाम से बुलाते हैं।मेरा जन्म 25 मार्च, 2007 को को कानपुर में हुआ। मेरा पैतृक स्थान आजमगढ़ है, फ़िलहाल अपने मम्मी-पापा के साथ पोर्टब्लेयर में हूँ। यहाँ में कारमेल स्कूल में नर्सरी में पढ़ती हूँ। मेरी रुचियाँहैं- प्लेयिंग, डांसिंग, ड्राइंग, ट्रेवलिंग, ब्लागिंग, अच्छी-अच्छी रचनाएँ पढना व उन्हें समझने की कोशिश करना।
(१८) चिट्ठाकारी से संवंधित क्या कोई ऐसा संस्मरण है जिसे आप इस अवसर पर सार्वजनिक करना चाहती हैं ?
ब्लोगिंग में कई ऐसे लोग हैं, जिनसे न तो मैं कभी मिली या फोन पर बात की। पर उनका स्नेह देखकर लगता है कि मानो हम उन्हें लम्बे समय से जानते हों। इसी क्रम में बाल साहित्यकार व ब्लोगर दीनदयाल शर्मा अंकल जी ने अपनी बाल-गीतों की पुस्तक 'चूं-चूं' के कवर पेज पर मेरा फोटो लगाया, यह मेरे लिए यादगार पल रहेगा। ऐसे ही एक दिन मेरी ममा के ब्लॉग 'शब्द-शिखर' पर समीर लाल अंकल जी ने टिपण्णी की कि आज पाखी मुँह क्यों फुलाए हुए है, मैंने लिखा कि आज तक आपने मेरे लिए कोई कविता नहीं लिखी और शाम तक समीर अंकल जी ने प्यारी सी कविता लिखकर मेल कर दी। ऐसे ही रावेन्द्र कुमार 'रवि' अंकल जी ने मेरी ड्राइंग पर एक शिशु-गीत ही रच दिया. दो बातें ब्लागोत्सव-२०१० से जुडी हुई कभी नहीं भूलूंगी -पहली, जब पहली बार मैंने इस ब्लॉग उत्सव के बारे में सुना था तो बड़ी उदास हुई थी कि हम बच्चों के लिए वहाँ कुछ नहीं है। फिर मैंने आपको लिखा कि- हम बच्चे इसमें अपनी ड्राइंग या कुछ भेज सकते हैं कि नहीं। जवाब में आप ने लिखा कि अक्षिता जी! क्षमा कीजिएगा बच्चों के लिए तो मैंने सोचा ही नहीं जबकि बिना बच्चों के कोई भी अनुष्ठान पूरा ही नही होता, इसलिए आप और आपसे जुड़े हुए समस्त बच्चों को इसमें शामिल होने हेतु मेरा विनम्र निवेदन है...यह पढ़कर अच्छा लगा कि एक नन्हीं सी बच्ची की बातों को आपने कितने गंभीरता से लिया और बच्चों की इंट्री भी इस उत्सव में सुनिश्चित हो गई. ब्लागोत्सव में पहले दिन ही ''कला दीर्घा में आज : अक्षिता(पाखी) की अभिव्यक्ति'' और उस पर प्राप्त ढेर सारे कमेन्ट देखकर मन प्रफुल्लित हो गया. इन सब संस्मरणों को मैं नहीं भूल सकती।
(19) अपनी कोई पसंदीदा रचना की कुछ पंक्तियाँ सुनाएँ :
गौरैया रोज तिनका लाती
प्यारा सा घोंसला बनाती।
चूं-चूं करते उसके बच्चे
चोंच से खाना खिलाती।
आपका भी बहुत-बहुत आभार अंकल !
========================
========================
बहुत बहुत धन्यवाद पाखी .....इस अवसर पर ऋग्वेद की दो पंक्तियां आपको समर्पित है कि - ‘‘आयने ते परायणे दुर्वा रोहन्तु पुष्पिणी:। हृदाश्च पुण्डरीकाणि समुद्रस्य गृहा इमें ।।’’अर्थात आपके मार्ग प्रशस्त हों, उस पर पुष्प हों, नये कोमल दूब हों, आपके उद्यम, आपके प्रयास सफल हों, सुखदायी हों और आपके जीवन सरोवर में मन को प्रफुल्लित करने वाले कमल खिले।
(परिकल्पना ब्लॉग उत्सव की टीम ने आपकी प्यारी व लाडली अक्षिता (पाखी) को "वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा" का खिताब देते हुए सम्मानित करने का निर्णय लिया है । इसके लिए रवीन्द्र प्रभात अंकल और सभी लोगों को ढेर सारा प्यार और धन्यवाद. आप सभी अपना प्यार, स्नेह और आशीर्वाद यूँ ही बनाये रहें....और हाँ, इस बात को ब्लागोत्सव- 2010 में सितारों की महफ़िल में आज अक्षिता पाखी शीर्षक से पढना ना भूलें और प्यार के रूप में अपने कमेन्ट भी दीजियेगा.)
71 टिप्पणियां:
"वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा'' का ख़िताब पाने पर अक्षिता (पाखी) को ढेर सारी बधाई और प्यार. आप यूँ ही उन्नति करती रहो.ढेरों शुभकामनायें.
हमारी पार्टी कब होगी इस ख़ुशी में...
बेटा जी, हम तो पढ़ आए और ख़ुशी का इजहार भी कर आए. कुछ इस तरह- पाखी है ही इतनी प्यारी कि लोग खींचे चले आते हैं. रविन्द्र प्रभात और आयोजन से जुड़े सभी लोगों ने पाखी को श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा का ख़िताब देकर जता दिया है कि बच्चे भी किसी से कम नहीं. पाखी को हार्दिक बधाइयाँ.
इस अवसर पर पाखी के पापा के.के. यादव जी और ममा आकांक्षा यादव जी को भी बधाई कि उन्होंने पाखी को वो परिवेश और संस्कार दिए कि पाखी को आज यह सम्मान मिला.
वाह, पाखी तो छुप रुस्तम निकली. अब जल्दी से मिठाई खिलाओ. "वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा'' का ख़िताब पाने पर अक्षिता (पाखी) को ढेर सारी बधाई .
पाखी आपकी ड्राइंग और कविता हमने भी ब्लागोत्सव-२०१० में पढ़ी थी..इसे कहते हैं पूत के पांव पालने में. आपके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनायें.
@ रश्मि आंटी,
सब आप लोगों का प्यार व आशीर्वाद है. आपकी पार्टी ड्यू रही.
@ Ratnesh Uncle,
बच्चे मन के सच्चे, पर किसी से न पीछे.....
@ ersymops Uncle,
धन्यवाद. आपकी मिठाई भी ड्यू रही.
वाह पाखी, हमारे लिए तो यह खुशखबरी फीफा विश्व कप फ़ुटबाल के फ़ाइनल से भी रोमांचकारी रही...Go Ahead & Keep it up.All the best Wishes !!
मिठाई तो हमें भी चाहिए. इंतजार रहेगा.
वाह जी वाह तो बोलिये इस खुशी के मॊके पर आप को कॊन सी मिठाई खिलाये
Akshita, So Sweet Girl. I am very inspired from u. Congts a lot. Convey my regards to ur Mammi-Papa also.
आपके प्यारे-प्यारे और मीठे आदेश का पालन करते हुए हम आपके दिए लिंक पर भी कमेन्ट कर आए, आशा है आपको पसंद आयेगा.
जलवे हैं पाखी के...मम्मी-पापा की तरह अभी से सम्मान और ख़िताब. मम्मी-पापा का नाम खूब रोशन करो. हमारा आशीर्वाद सदैव आपके साथ है.
पाखी,
चूं-चूं पुस्तक हमें भी चाहिए, जिसके कवर-पेज पर आपकी सुन्दर सी फोटो लगी है. यह कैसे और कहाँ मिलेगी.
सबसे पहले तो रवीन्द्र प्रभात जी और ब्लागोत्सव की पूरी टीम को बधाई, जिन्होंने पूरे मनोयोग से ब्लॉग जगत की परिकल्पनाओं को मूर्त रूप देकर इसे उत्सवी-परंपरा में तब्दील किया है, उसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं. बिटिया पाखी को 'वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा' के ख़िताब हेतु चुने जाने पर मैं अपनी ख़ुशी को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकती. आप सभी के इस प्यार हेतु मेरे पास कोई शब्द नहीं हैं.
पाखी बिटिया को इस ब्लॉग के माध्यम से भी ढेरों प्यार और शुभकामनायें. यह आप सभी की हौसला अफजाई का ही नतीजा है कि पाखी और भी मन से ड्राइंग बनाने लगी हैं और कई बार बाल-गीतों की तुकबंदी में हम लोगों का साथ भी देने लगी हैं.
अक्षिता और उनके मम्मी-पापा को बधाई. आपकी बिटिया वाकई प्रतिभाशाली है.
पाखी, ब्लागोत्सव पर भी आपके लिए ढेर सारी टिप्पणियां दर्ज हैं, उन्हें अब मैं यहाँ लेकर आता हूँ. आखिर मुझे भी तो मिठाई चाहिए न...हा..हा..हा..
ये बात!!!!! अब तो पाखी अपने सबसे अच्छे अंकल का नाम इतना बड़ा कर दी है कि पार्टी तो बनती ही है..हा हा!!
हमारी पाखी को ढेर सारा प्यार, आशीर्वाद और डब्बा भर के लालीपॉप..:)
ललित शर्मा ने कहा…
पाखी को शुभाशीष
१२ जुलाई २०१० ११:१४ AM
पापा और मम्मी को भी बिटिया की इस उपलब्धि पर ढेर सारी बधाई...
अविनाश वाचस्पति ने कहा…
पाखी अपनी सृजनात्मकता के सभी परों से हिन्दी ब्लॉग जगत में उच्च कीर्तिमान बनाए।
रंजन ने कहा…
बहुत प्यार..
१२ जुलाई २०१० १२:१६ PM
सितारों की महफ़िल में आज अक्षिता पाखी बिटिया को देखकर बड़ा प्यार आया. आपके ऊपर तो आज आशीष बरसाने का मन कर रहा है और ढेर सारी चाकलेट खिलाने का मन भी.
यदि अक्षिता को ब्लोगोत्सव का सुपर स्टार कहा जाए तो शायद न कोई अतिश्योक्ति होगी और न शक की गुंजाईश ही । इसीलिए उसे ब्लोगोत्सव की टीम ने "वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा" का खिताब देते हुए सम्मानित करने का निर्णय लिया है....Clap for Akshita..Clap for Akshita..hip..hip...hurrey....
पाखी के लिए मैं भी रवीन्द्र प्रभात जी द्वारा उद्धरित पंक्तियाँ दोहराना चाहूँगा- आपके मार्ग प्रशस्त हों, उस पर पुष्प हों, नये कोमल दूब हों, आपके उद्यम, आपके प्रयास सफल हों, सुखदायी हों और आपके जीवन सरोवर में मन को प्रफुल्लित करने वाले कमल खिले।....कोटिश: शुभकामनायें.
पाखी के लिए मैं भी रवीन्द्र प्रभात जी द्वारा उद्धरित पंक्तियाँ दोहराना चाहूँगा- आपके मार्ग प्रशस्त हों, उस पर पुष्प हों, नये कोमल दूब हों, आपके उद्यम, आपके प्रयास सफल हों, सुखदायी हों और आपके जीवन सरोवर में मन को प्रफुल्लित करने वाले कमल खिले।....कोटिश: शुभकामनायें.
shikha varshney ने कहा…
पाखी को बहुत बहुत शुभकामनाये.
१२ जुलाई २०१० १२:१६ PM
निर्मला कपिला ने कहा…
ाक्षिता से मिल कर बहुत खुशी हुयी-- अपने माँ बाप के सारे गुण हैंिस नन्ही गुडिया मे इसे बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें।
१२ जुलाई २०१० १:१५ PM
संगीता पुरी ने कहा…
पाखी की तो बात ही निराली है .. उसे बहुत बहुत बधाई !!
१२ जुलाई २०१० २:०३ PM
Great..Our lovely daughter Pakhi did it...Fantastic. Lot of Love, Hug & Chocolates, Icecream, Pastry, LollyPop.....etc.
हमारी बेटी अक्षिता को इस ख़िताब हेतु चुने जाने पर ब्लागोत्सव आयोजन से जुड़े सभी लोगों का ह्रदय से आभार. यह ख़िताब पाखी के लिए लाजवाब और खूबसूरत साबित होगा.
पाखी को ढेर सारी बधाई.
पाखी तो आज सभी के आकर्षण का केंद्र-बिंदु बनी हुई है. सितारों की रौशनी दूर तक जाती है, पाखी की प्रतिभा भी यूँ ही फैलती रही और आने वाले दिनों में समाज को नई राह भी दिखाए. कृष्ण कुमार और आकांक्षा जी को भी बधाई.
दिगम्बर नासवा ने कहा…
बहुत बहुत बधाई पाखी ...
१२ जुलाई २०१० २:२९ PM
रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…
पाखी है ख़ुशियों का झरना,
इसको तो है हर पल बढ़ना!
१२ जुलाई २०१० २:४६ PM
mala ने कहा…
पाखी को शुभाशीष
१२ जुलाई २०१० २:५० PM
पूर्णिमा ने कहा…
शुभकामनाये.
१२ जुलाई २०१० २:५१ PM
डा.सुभाष राय ने कहा…
Pakhi ko dhero badhaaiya aur bhavishy ke liye shubhkaamanaye.
१२ जुलाई २०१० ३:२४ PM
Shyama ने कहा…
इस प्यारी सी नन्हीं सी गुडिया पाखी को शुभकामनायें व प्यार. आप नित सर्जनात्मकता की ओर अग्रसर हो.
१२ जुलाई २०१० ४:५२ PM
Udan Tashtari ने कहा…
अरे वाह!! हमारी पाखी को ढेर सारा प्यार, आशीर्वाद और डब्बा भर के लालीपॉप..:)
१२ जुलाई २०१० ५:१८ PM
बीनाशर्मा ने कहा…
पूत के पाब पालने में ही दिखाई दे जाते है | पाखी को ढेर सारा प्यार |
१२ जुलाई २०१० ५:३९ PM
Hello my Beloved Pakhi: Wishing you a Wonderful day and precious gift from Blagotsav, full of GOD Blessings, Sun, and much Joy, for you and yours. I Love You Precious Friend. Much Love, Light, Respect, and Big Hugsssss..
:)
Roshani
Yes dear u really deserv it so where is our party .......
पाखी तो सचमुच बधाई की पात्र हैं ।
इतनी छोटी सी उम्र में इतने बड़े काम । कीप इट अप बिटिया ।
बहुत खूब
ये हुई न बात ..
बधाई हो
एक बार फिर से बहुत प्यार.. और बधाई..
आ जाओ सेलिब्रेट करने बैंकोक...
बहुत बढिया.वाह पाखी कमाल कर दिया । पाखी को ढेर सारी बधाई
जाने नवरात्रे के बारे मे
ruma-power.blogspot.com पर
वाह ,बधाई हो पाखी को। उनके पापा-मम्मी को भी।
पाखी को बहुत बधाई , दुलार व शुभकामनायें ..!
बहुत ही सुन्दर पोस्ट!
--
इसकी चर्चा यहाँ भी की गई है-
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/07/blog-post.html
प्याली प्याली बितिया लानी तो बउत बऊत बधाई !
रानी बिटिया अक्षिता पाखी को "वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा" बनने पर बहुत बधाई और ढेर सारा प्यार !
शुभकामनाओं सहित …
- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं
पाखी की इस सफलता के लिए
सबसे अधिक बधाई के पात्र उसके माता-पिता हैं!
यह बधाई नहीं, जश्न का समय है...शीघ्र ही इसकी चर्चा बाल-दुनिया पर भी.
_________________________
अब ''बाल-दुनिया'' पर भी बच्चों की बातें होंगी, बच्चों के बनाये चित्र और रचनाएँ होंगीं, उनके ब्लॉगों की बातें होगीं, बाल-मन को सहेजती बड़ों की रचनाएँ होंगीं और भी बहुत कुछ....आपका स्वागत है.
पाखी को बहुत बहुत शुभकामनाये.
@ Ashu Uncle,
वही मिठाई, जो आपको सबसे अच्छी लगती हो, वही खायेंगें.
@ Bhanwar Singh Uncle,
आप अपना पता दीजियेगा, उस पर भिजवा देंगें.
@ Dr. Brajesh Swaroop Uncle,
मिठाई तो वैसे भी आपको खिलायेंगें. सभी टिप्पणियों को सहेजने के लिए आपको प्यार व आभार.
@ Samir Uncle ji,
डब्बा भर के लालीपॉप..:) तो हम आपसे ले ही लेंगे.
@ रंजन अंकल,
जल्दी ही आएंगे. बस पापा की कोई ट्रिप वहाँ की बने तो सही.
@ मयंक दादा जी,
चर्चा के लिए धन्यवाद. चर्चा हमने भी पढ़ ली और कमेन्ट भी लिख आए.
@ रवि अंकल,
सही कहा अपने. बिना ममा-पापा के तो मैं यह सब सोच भी नहीं सकती.
एक बार फिर से आप सभी को इस प्यार-आशीर्वाद के लिए धन्यवाद. अपना स्नेह यूँ ही बनाये रहें.
वाह पाखी, खूब पढो-लिखो और चित्र बनाओ...ढेर सारी खुशियाँ आपकी झोली में आयेंगीं.
आपकी ममा ने अपने ब्लॉग 'शब्द-शिखर' पर लिखा है कि- ''जरुरत है आप भी बच्चों को स्पेस दें, उनकी बातों या पेन लेकर बनाये गए चित्रों को यूँ ही हवा में नहीं मानें, उनमें भी कुछ न कुछ छुपा है..बस जरुरत है पारखी निगाहों की'' ...वाकई सटीक विश्लेषण. तभी तो पाखी बिटिया ख़िताब ले गई. अब खुला राज...मुबारक हो.
पाखी बिटिया, आपका साक्षात्कार पढ़ कर बहुत अच्छा लगा.. आप हैं ही इतनी प्यारी कि सबका मन मोह लेती हैं..आपके फोटो वाली मेरी किताब "चूँ-चूँ" प्रत्येक बच्चे को अपनी ओर खींचती है ..अभी अगस्त , 2010 में ही इसका दूसरा संस्करण छप रहा है..मेरे परिवार के सभी सदस्य आपको जानते हैं..आप सबको अच्छी लगती हैं.. दूसरा संस्करण छपते ही आपको तुरंत भेज दूंगा.."वर्ष की श्रेष्ठ नन्ही चिट्ठाकारा'' का ख़िताब पाने पर आपको ढेर सारी बधाई और प्यार..... मम्मी-पापा को मेरा नमस्कार..
@ दीनदयाल अंकल जी,
यह तो बहुत अच्छी बात है..मुझे इंतजार रहेगा.
@ Sr Bharti Uncle,
पर यह राज किसी को बताइयेगा नहीं..हा..हा..हा..हा..
पाखी बिटिया की चर्चा 'शुक्रवार' पत्रिका के 31 जुलाई-6 अगस्त अंक में चर्चित चेहरे के तहत पढ़ी..अच्छा लगा......बधाई.
पाखी बिटिया की चर्चा 'शुक्रवार' पत्रिका के 31 जुलाई-6 अगस्त अंक में चर्चित चेहरे के तहत पढ़ी..अच्छा लगा......बधाई.
एक टिप्पणी भेजें