लगता है बारिश के दिन आने वाले हैं। आसमां पर छाये बादल और रिमझिम बारिश ने तो अपनी उपस्थिति दर्ज ही करा दी है। कल इलाहाबाद में सुबह-सुबह बारिश हुई तो खूब इंजॉय किया।
सबकी निगाह बचाकर भीगने का मजा लिया और जब डांट पड़ी तो छाते में।
अपूर्वा ने भी खूब इंजॉय किया। टिप-टिप गिरती बारिश की बूंदों को हथेली में पकड़ने का प्रयास करती।
ये छाता मैं भी ट्राई करती हूँ - अपूर्वा।
पापा भी पीछे नहीं रहे ...
अब तो लगता है कि कितनी जल्दी झमाझम बारिश हो जाए।
6 टिप्पणियां:
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (09-06-2013) के चर्चा मंच पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
अहा, बहुत ही सुन्दर दृश्य।
सुन्दर छबि !
डैश बोर्ड पर पाता हूँ आपकी रचना, अनुशरण कर ब्लॉग को
अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को अनुभव करे मेरी अनुभूति को
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सो स्वीट ..मेरा बेटा भी ऐसे ही करता है
क्या बात है .. सुंदर दृश्य ... बारिश मुबारक हो
सुंदर चित्रों में वारिश का माहौल. दिल खुश कर दिया पाखी.
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