मछली (fish ) भला किसे नहीं अच्छी लगती. कित्ते सारे रंग की फिश होती हैं. अंडमान में तो समुद्र में ढेर सारी रंग-बिरंगी फिश दिखती थीं. उन्हें देखना बहुत अच्छा लगता था.
कई बार मैं सोचती हूँ कि अगर फिश आसमान में उड़े तो कित्ता मजा आए. फिर तो फिश को कोई न पकड़ पाए..वह फुर्र से आसमान में उड़ जाएगी.
मैं तो अपनी ड्राइंग में फिश को उड़ते हुए दिखाती हूँ. अब देखिये न मेरी इन ड्राइंगज को.
4 टिप्पणियां:
bahut pyaari drawing hai paakhi,khoob aage badho :)
सुन्दर चित्र
वाह, पाखी की उड़ने वाली मछली।
वाह अक्षिता, एक साथ इतनी मछलियाँ ..वो भी सब आसमान में. यही कल्पना के रंग में रचनात्मकता है और आपको श्रेष्ठ नन्हा ब्लागर भी बनाता है..बधाइयाँ.
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