आप सब 'पाखी' को बहुत प्यार करते हैं...

बुधवार, मई 18, 2011

नन्ही सी है तन्वी प्यारी

डॉ. नागेश पांडेय "संजय" अंकल ने हमारी सिस्टर अपूर्वा (तन्वी) के लिए इक प्यारी सी कविता लिखी है. इसके लिए नागेश अंकल को ढेर सारा प्यार और आभार. आप भी पढ़िए और बताइयेगा कि यह कविता आपको कैसी लगी....


नन्ही सी है तन्वी प्यारी,
करती है अब शैतानी .
कभी नाचती, कभी कूदती,
कभी खेलती है पानी .
कभी पकड़ कर बाल नोचती,
कभी फाड़ देती पुस्तक .
डाँटो तो सो जाती है पर
उठकर करती है बक-बक .


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डा. नागेश पांडेय 'संजय'/शिक्षा : एम्. ए. {हिंदी, संस्कृत }, एम्. काम. एम्. एड. , पी. एच. डी. [विषय : बाल साहित्य के समीक्षा सिद्धांत }, स्लेट [ हिंदी, शिक्षा शास्त्र ];/१९८६ से बाल साहित्य के क्षेत्र में सक्रिय,बाल साहित्य के अतिरिक्त बड़ों के लिए भी गीत एवं कविताओं का सृजन./प्रतिष्ठित पत्र- पत्रिकाओं में बच्चों के लिए कहानी , कविता , एकांकी , पहेलियाँ और यात्रावृत्त प्रकाशित./ रचनाओं के अंग्रेजी, पंजाबी , गुजराती , सिंधी , मराठी , नेपाली , कन्नड़ , उर्दू , उड़िया आदि अनेक भाषाओं में अनुवाद ./अनेक रचनाएँ दूरदर्शन तथा आकाशवाणी के नई दिल्ली , लखनऊ , रामपुर केन्द्रों से प्रसारित .

प्रकाशित पुस्तकेंआलोचना ग्रन्थ : बाल साहित्य के प्रतिमान ;
कविता संग्रह : तुम्हारे लिए ;
बाल कहानी संग्रह : १. नेहा ने माफ़ी मांगी २. आधुनिक बाल कहानियां ३. अमरुद खट्टे हैं ४. मोती झरे टप- टप ५. अपमान का बदला ६. भाग गए चूहे ७. दीदी का निर्णय ८. मुझे कुछ नहीं चहिये ९. यस सर नो सर ;
बाल कविता संग्रह : १. चल मेरे घोड़े २. अपलम चपलम ;
बाल एकांकी संग्रह : छोटे मास्टर जी
सम्पादित संकलन : १. न्यारे गीत हमारे २. किशोरों की श्रेष्ठ कहानियां ३. बालिकाओं की श्रेष्ठ कहानियां

सम्प्रति : विभागाद्यक्ष , बी. एड. राजेंद्र प्रसाद पी. जी. कालेज , मीरगंज, बरेली ।
संपर्क : डॉ. नागेश पांडेय "संजय" ,सुभाष नगर , शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश (भारत) - 242001।

अंतर्जाल पर डॉ. नागेश पांडेय 'संजय' एवं अभिनव सृजन के माध्यम से सक्रियता.

16 टिप्‍पणियां:

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बड़ी प्यारी कविता लिखी है, पढ़कर अच्छा लगा।

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

बहुत प्यारी कविता है .

Coral ने कहा…

प्यारी कविता प्यारी तन्वी के साथ....बहुत सुन्दर

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

नन्ही सी है तन्वी प्यारी,
करती है अब शैतानी .
कभी नाचती, कभी कूदती,
कभी खेलती है पानी .
कभी पकड़ कर बाल नोचती,
कभी फाड़ देती पुस्तक .
डाँटो तो सो जाती है पर
उठकर करती है बक-बक .

बहुत ही बढ़िया कविता है

vijai Rajbali Mathur ने कहा…

कविता और कवी दोनों अच्छे हैं.

Udan Tashtari ने कहा…

बड़ी सुन्दर कविता लिखी है तन्वी बिटिया के लिए..

Patali-The-Village ने कहा…

बहुत सुन्दर कविता प्यारी तन्वी के साथ|धन्यवाद|

Deepak Saini ने कहा…

प्यारी कविता प्यारी तन्वी के साथ
अच्छा लगा।

डॉ. नागेश पांडेय संजय ने कहा…

तन्वी और ... पाखी को मेरा बहुत- बहुत प्यार .

http://baal-mandir.blogspot.com/

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

बहुत बढ़िया!

Chaitanyaa Sharma ने कहा…

बहुत प्यारी कविता ...तन्वी तो बहुत क्यूट है....

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

प्यारी तन्वी को प्यारभरा आशीर्वाद!

Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…

सुन्दर तन्वी पर सुन्दर कविता...

शिवम मिश्र ने कहा…

पाखी आप ने एक काम बहुत अच्छा किया कि फुदकते हुए मेरे ब्लॉग पर आयीं और अपना प्यारा सा कमेन्ट दिया ! हम नियमित रूप से आप की कारगुजारियों पर नज़र रखने वाले हैं अतः खूब सारी शरारतें करना ! खूब सारा प्यार........

Unknown ने कहा…

नन्ही सी है तन्वी प्यारी,
करती है अब शैतानी .
कभी नाचती, कभी कूदती,
कभी खेलती है पानी .
..बहुत सुन्दर शिशु-गीत. नागेश जी को बधाई.

Unknown ने कहा…

अब तो तन्वी बड़ी हो रही है. प्यारा सा चित्र..