4 साल की उम्र में इतना बड़ा इनाम सुन हैरान हो जाएंगे आप...यह मैं नहीं कह रही हूँ, बल्कि आज 5 मई, 2011 के 'दैनिक भास्कर'' अख़बार में प्रकाशित एक रिपोर्ट है. आप भी इसे पूरा पढ़िए.
पोर्ट ब्लेयर. अंडेमान निकोबार द्वीप समूह की चार वर्षीय अक्षिता यादव को हिंदी साहित्य निकेतन परिकल्पना ने बेस्ट बेबी ब्लॉगर अवॉर्ड 2011 से नवाजा है। नई दिल्ली के हिंदी भवन में आयोजित इंटरनेशनल ब्लॉगर कॉन्फ्रेंस में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अक्षिता को यह अवॉर्ड दिया।
अक्षिता के पिता कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस कार्यक्रम में 51 ब्लॉगर्स ने हिस्सा लिया। ‘पाखी की दुनिया’ केजी 1 की छात्रा अक्षिता को नकद इनामी राशि के अलावा प्रमाणपत्र और मोमेंटो दिया गया। कृष्ण कुमार ने बताया अक्षिता को ड्रॉइंग और पेंटिंग में बहुत रुचि है।
जब हमने देखा कि उसकी पेंटिंग में कुछ खास है तो हमने जून 2009 से इन्हें पाखी की दुनिया ब्लॉग पर पोस्ट करना शुरू कर दिया। इस ब्लॉग की लोकप्रियता का पता इसी से लगता है कि यह 100 प्रमुख हिंदी ब्लॉग में से एक है। इसे 140 ब्लॉगर फॉलो कर रहे हैं। राजस्थान के जाने-माने लेखक दीनदयाल शर्मा अक्षिता की प्रतिभा से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अपनी किताब छुन-छुन के कवर पेज पर उसका फोटो लिया है।
(इसे पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
31 टिप्पणियां:
vadhaai
vadhaai
बधाई..
बल्ले बल्ले
Congratulations My Dear :)
God bless you!
Love-
bahut badhai paakhi ke liye...
Congratulation Pakhi
wecome to my blag.
बधाई.. बधाई.. बधाई.. बधाई.. बधाई..
बधाई बधाई बधाई बधाई बधाई बधाई बधाई
आशीर्वाद बिटिया पाखी रानी।
बहुत बहुत बहुत बहुत बधाई।
---------
समीरलाल की उड़नतश्तरी।
अंधविश्वास की शिकार महिलाऍं।
पाखी को बहुत बहुत बधाई।
मेरी तरफ से बहुत-बहुत बधाई!
पाखी को बहुत बहुत बधाई और आशीर्वाद।
बधाई पाखी बेटे ..बहुत बढ़िया ..इतनी -सी उमरिया में इतना बड़ा फंडा ---वाह ! काबिले तारीफ ....
पाखी को बहुत बहुत बधाई और प्यार.
पाखी को बहुत बहुत बधाई और आशीर्वाद।
श्रीमान जी, क्या आप हिंदी से प्रेम करते हैं? तब एक बार जरुर आये. मैंने अपने अनुभवों के आधार ""आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें"" हिंदी लिपि पर एक पोस्ट लिखी है. मुझे उम्मीद आप अपने सभी दोस्तों के साथ मेरे ब्लॉग www.rksirfiraa.blogspot.com पर टिप्पणी करने एक बार जरुर आयेंगे. ऐसा मेरा विश्वास है.
श्रीमान जी, हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु सुझाव :-आप भी अपने ब्लोगों पर "अपने ब्लॉग में हिंदी में लिखने वाला विजेट" लगाए. मैंने भी कल ही लगाये है. इससे हिंदी प्रेमियों को सुविधा और लाभ होगा.
इनाम मुबारक हो.
दैनिक भास्कर में पाखी की चर्चा होने पर मुबारकवाद और प्यार.
हम भी हैरान हैं...
वाह पाखी के तो जलवे हैं. आखिर सबकी लाडली ब्लागर जो हैं.मुबारकवाद.
वाकई हैरानी की ही बात है. इसे कहते हैं पूत के पांव पालने में. नन्हीं अक्षिता को बधाई. यूँ ही तरक्की करो आप.
के.के. जी और आकांक्षा जी ने बिटिया पाखी को जो संस्कार और परिवेश दिया है, वाकई अनुकरणीय है. उन्हें श्रद्धावत नमन. .
निस्संदेह ऎसा चमत्कार सिर्फ आप ही कर सकती हो
बहुत बहुत बधाई नन्हीं अक्षिता
प्रिय अक्षिता बहुत देर से आया आपके ब्लॉग पर , क्या करे इम्तेहान चल रहे है
आपकी जितनी तारीफ़ की जाय कम है !
सिलसिला जारी रखें ....
आपको पुनः बधाई ......सवाई सिंह राजपुरोहित
प्रिय अक्षिता बहुत देर से आया आपके ब्लॉग पर , क्या करे इम्तेहान चल रहे है
आपकी जितनी तारीफ़ की जाय कम है !
सिलसिला जारी रखें ....
आपको पुनः बधाई ......सवाई सिंह राजपुरोहित
पाखी बिटिया ने तो कमाल ही कर दिया. बस ऐसे ही पाखी जीवन में हर ऊंचाई को छुए, यही दादा-दादी की तमन्ना और आशीर्वाद भी.
पढ़कर सीना गर्व से चौड़ा हो गया. आखिर हमने पाखी को तब साक्षात् देखा है, जब वह मात्र ६ दिनों की थी, फिर तो कई बार मुलाकात हुई. ..ह्रदय का हर कोना जी भर कर आशीर्वाद दे रहा है पाखी को.
वाकई यह विलक्षण उपलब्धि है. अक्षिता को ढेरों बधाई.
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