पिछले दिनों मैं अंडमान में चिड़िया-टापू घूमने गई. पोर्टब्लेयर से 25 किलोमीटर की दूरी पर चिड़िया टापू- दक्षिण अंडमान के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित है. चिड़िया टापू में समुद्र की तेज आवाज और चिडियों की मीठी चहचहाहट यहाँ आने वाले अतिथियों को एक संगीतमय ताल प्रदान करती है। यहाँ हम फारेस्ट डिपार्टमेंट के रेस्ट हॉउस में ठहरे और दिन भर खूब मस्ती की. हाल ही में चिड़िया-टापू में बायलोजिकल पार्क भी बनाया गया है. हम वहाँ भी घूमने गए. ये देखो पार्क में मगरमच्छ कैसे सो रहे हैं..
और ये हिरण हमें कैसे देख रहा है. बोल रहा है दोस्ती करोगे मुझसे..
और ये हिरण हमें कैसे देख रहा है. बोल रहा है दोस्ती करोगे मुझसे..
वाकई हमारी ये सैर खूब मजेदार रही...आप भी कभी अंडमान आयें तो चिड़िया टापू की सैर जरुर करें !!
( इस पोस्ट की चर्चा मेरा मन मुस्काया (चर्चा मंच - 140) के अंतर्गत भी देखें )
38 टिप्पणियां:
jub hum gaye tab vahan ye park nahi thaa PAKHI :(
चिड़ियाँ टापू की तसवीरें अच्छी लगी, वाइल्ड लाइफ देखने में तो ऐसे ही मजा आता है
haapy touring Pakhee
http://www.madhavrai.blogspot.com/
bilkul pakhi ....
agar andmaan aaya to tumhari dikhayi saari jaghon ki sai karoonga...
aur ghoomon khub ghumon.....
aur haan pakhi
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mere blog par is baar
तुम कहाँ हो ? ? ?
jaroor aana...
tippani ka intzaar rahega...
http://i555.blogspot.com/
अरे... तुमनेतो घर बैठे ही चिड़िया टापू की सैर करा दी....चित्र बहुत खूबसूरत हैं ..बिलकुल तुम्हारी तरह
अंडमान का गाईड बन रहा है ये ब्लॉग..बहुत प्यारा...
प्यार
.चित्र बहुत खूबसूरत हैं
तसवीरें अच्छी लगी। बिलकुल तुम्हारी तरह।
आपकी सैर को देख कर हमें भी मजा आ गया। शुक्रिया।
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गुफा में रहते हैं आज भी इंसान।
ए0एम0यू0 तक पहुंची ब्लॉगिंग की धमक।
चिड़ियाँ टापू पर सुना है कोई पाखी नाम की चिडि़या आई है. :)
पाखी आपके बहाने हम भी अँडमान की सैर कर लेते हैँ।
चिड़िया टापू की सैर बहुत अच्छी लगी।
और पाखी भी ।
@ पारुल आंटी,
सही कहा आंटी जी , ये तो पोर्टब्लेयर से अभी जल्दी ही शिफ्ट हुआ है.
@ Madhav,
Thanks a lot.
@ Shekhar suman Uncle,
I will wait...
@ रंजन अंकल,
मैं तो बस हर जगह की सैर कर रही हूँ. इसी बहाने यहाँ की जानकारियां भी शेयर कर रही हूँ. आपको अच्छा लगा...धन्यवाद !!
@समीर अंकल जी,
वह पाखी चिड़िया मैं ही तो नहीं..आपकी बातें बहुत प्यारी होती हैं. तभी तो आप सबसे अच्छे वाले अंकल हैं.
आप सभी ने चिड़िया टापू की इस पोस्ट को सराहा, बहुत अच्छा लगा. बस यूँ ही अपना प्यार और आशीष देते रहें.
अरे वाह, कितनी प्यारी-प्यारी चिड़िया होंगी वहाँ पर...हमें तो यहीं से चहचाहट सुनाई दे रही है.
बहुत सुन्दर चित्र व शानदार जानकारी के लिए पाखी को ढेर सारा प्यार व आशीर्वाद.
लगता है पाखी अंडमान-निकोबार का कोई कोना सैर के बिना नहीं छोड़ेगी. आखिरकार है भी तो घुमक्कड़ी राहुल सांकृत्यायन के जिले की.
पाखी हम भी आ रहे हैं सैर करने...
..लेकिन पापा से कहकर टिकट तो दिलवाओ, सुना है लाख रुपये तो किराये में ही लग जाते हैं..
पाखी तो खूब घूम भी रही हैं और सबको बैठे-बैठे घुमा भी रही हैं...किस्मत हो तो ऐसी.
काश हमारे भी पंख होते तो हम फुर्र से पाखी के पास उड़कर आ जाते और फिर चिड़िया टापू की जमकर सैर करते.
@ अभिलाषा आंटी,
जब मौका मिला है तो घूम ही लेना चाहिए...
@ Shahroj Aunty,
अभी से न आने का बहाना..नहीं चलेगा ये.
@ Bharti Uncle,
कभी-कभी मैं भी ऐसा ही कुछ सोचती हूँ..
अक्षिता को देखकर बस यही याद आता है...
सैर कर दुनिया की गाफिल
जिंदगानी फिर कहाँ
जिंदगानी गर रही
तो नौजवानी फिर कहाँ.
पाखी का हिरन बड़ा प्यारा लगा.
बहुत ख़ूबसूरत चित्र हैं! अच्छी जानकारी प्राप्त हुई पाखी! धन्यवाद!
हमको त लगता है कि भारत सरकार बेकारे आमिर खान को “अतिथि देवो भव” का पर्चार करने के लिए लगाए हुए है... हमरी पाखी बचिया का कम है किसी से... एक दम ‘डिस्कभर इण्डिया’ अऊर “अतिथि देवो भव” का ब्राण्ड एम्बेस्डर है पाखी... कोई कहेगा कि काला पानी का जगह में है!!!
उपयोगी और मनभावन होने के कारण
चर्चा मंच पर
मेरा मन मुस्काया!
शीर्षक के अंतर्गत
इस पोस्ट की चर्चा की गई है!
@ Ratnesh Uncle,
हम भी तो उसी आजमगढ़ से हैं, जहाँ राहुल सांकृत्यायन जी ने इन पंक्तियों को अपनाया.
@ चला बिहारी ब्लॉगर बनने,
एकदम सही तीर मारा अंकल जी...पर आमिर खान अंकल की नौकरी क्यों छीन रहे हैं. वो रोयेंगें तो मैं आपका नाम बता दूंगीं...
@ Ravi Uncle ji,
हरदम की तरह आपकी इस बार की चर्चा भी मजेदार.
..आपको जन्मदिन की ढेरों बधाई. हमें भी मिठाई व केक चाहिए.
एक बार फिर से आप सभी के प्यार व आशीष के लिए आभारी हूँ.
आपने जो दिखाया उसे देखकर तो लगा मानो हम सच में सांईस सिटी ही घूम रहे हैं
धन्यावाद जी
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