अपने बनारस-भ्रमण के दौरान मैं 16 मई को सारनाथ घूमने गई. धूप से बचने के लिए हम सुबह ही सुबह वहां पहुँच गए. कुछेक चित्र वहाँ के शेयर कर रही हूँ- अशोक स्तम्भ के शिला-पट्ट के समक्ष.
यहीं पर लगा था अशोक स्तम्भ. पर अशोक स्तम्भ अब संग्रहालय में सुरक्षित रखा है.मूल गंध कुटी - यह भगवान बुद्ध के ध्यान-साधना स्थल पर निर्मित मंदिर का भग्नावशेष है. चारों तरफ फैले स्तूपों के भग्नावशेष. धूप बढ़ने लगी है. जल्दी -जल्दी चलते हैं..धमेख स्तूप - यहीं भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम धर्मोपदेश दिया था. सारनाथ में बौद्ध अनुयायी काफी संख्या में आते हैं. ऐसे ही एक बुद्धिस्ट के साथ.
...तो कैसी लगी आपको यह सारनाथ-यात्रा. अभी तो सारनाथ से जुडी और भी फोटो और बातें आपके साथ शेयर करनी हैं. जल्द ही नई पोस्ट के साथ फिर हाजिर हूँगी !!
12 टिप्पणियां:
वाह, बड़े ही सुन्दर चित्र हैं..
शानदार प्रस्तुती यहा भी पधारे yunik27.blogspot.com
सुन्दर चित्र और जानकारी
वाह अक्षिता!! बहुत ही सुन्दर चित्र हैं..
हम भी अपनी गर्मी की छुट्टियों में बनारस आये हुए हैं और पिछले साल हम सारनाथ जा भी चुके हैं...:)
दोनों बेटियों को छुट्टियों का असली आनंद तो आप ही दे रहे हैं ...आप घूम रहे हैं....और फोटो देख कर लग रहा है ...जैसे हम भी आपके साथ साथ घूम रहे हैं...शानदार फ़ोटोज़...बधाई...
कल 01/06/2012 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
सारनाथ तो हम भी घूम आए हैं..बेहतरीन जगह है. पुरानी यादें ताजा हो गईं.
सारनाथ तो हम भी घूम आए हैं..बेहतरीन जगह है. पुरानी यादें ताजा हो गईं.
अंतर्राष्ट्रीय बालदिवस पर हार्दिक शुभ कामनाएँ।
बहुत सुन्दर ! pakhi बेटा आप ने हमें भी सारनाथ घुमा दिया
छुट्टियों का आप लोग सुन्दर सदुपयोग कर रहे हैं..यात्रा जरी रहे..बधाइयाँ.
Great Journey..i Like this place.
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