कल 16 अगस्त को मेरे स्कूल में रक्षा-बंधन मनाया गया. पर यह रक्षाबंधन थोडा अलग था, क्योंकि हम सभी ने पौधों को रक्षाबंधन बाँधकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया. टीचर जी ने बताया कि पौधे हमारे जीवन और पर्यावरण के लिए बहुत जरुरी हैं. यदि ये ही नहीं रहेंगें तो हम सब भी नहीं रहेंगें.
हम लोगों ने यह भी वादा किया कि खेल-खेल में भी कोई पेड़-पौधों की पत्तियाँ नहीं तोड़ेगा, आखिर उन्हें भी तो दर्द होता होगा. कितना अच्छा लग रहा था, सब पौधे मानो राखी पहनकर कित्ते खुश दिखाई दे रहे थे.
चलिए, आप सब भी हमारे साथ संकल्प लीजिये कि किसी पेड़-पौधे को अब नुकसान नहीं पहुँचायेंगें !!
(चित्र में : यह हंसते हुए फूल आप सभी के लिए)
14 टिप्पणियां:
हम लोगों ने यह भी वादा किया कि खेल-खेल में भी कोई पेड़-पौधों की पत्तियाँ नहीं तोड़ेगा, आखिर उन्हें भी तो दर्द होता होगा...Thats great spirit..Congts.
यह मुस्कुराता हुआ फूल तो हमें भा गया..बधाई.
बहुत बधाई, इस सार्थक प्रयास के लिये।
यह मुस्कुराता हुआ फूल तो हमें भा गया..बधाई.
ये तो बहुत अच्छा काम किया :)
Thats Great Job..Congts.
सही कहा हम आपके साथ हैं ...
पेड़ों की रक्षा करने का तो यह सुन्दर तरीका है. आपको, आपके सहपाठियों और आपकी टीचर को बधाइयाँ.
पेड़ों की रक्षा करने का तो यह सुन्दर तरीका है. आपको, आपके सहपाठियों और आपकी टीचर को बधाइयाँ.
बहुत सार्थक प्रयास ..
प्रकृति के प्रति सबका कर्तव्य याद दिलाने कि एक सार्थक और खूबसूरत कोशिश |
बहुत सुन्दर |
नमस्कार....
बहुत ही सुन्दर लेख है आपकी बधाई स्वीकार करें
मैं आपके ब्लाग का फालोवर हूँ क्या आपको नहीं लगता की आपको भी मेरे ब्लाग में आकर अपनी सदस्यता का समावेश करना चाहिए मुझे बहुत प्रसन्नता होगी जब आप मेरे ब्लाग पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँगे तो आपकी आगमन की आशा में........
आपका ब्लागर मित्र
नीलकमल वैष्णव "अनिश"
इस लिंक के द्वारा आप मेरे ब्लाग तक पहुँच सकते हैं धन्यवाद्
वहा से मेरे अन्य ब्लाग लिखा है वह क्लिक करके दुसरे ब्लागों पर भी जा सकते है धन्यवाद्
MITRA-MADHUR: ज्ञान की कुंजी ......
very good...
we also took a pledge ki khud kabhi pedon ko nuksaan nahi pahuchenge aur na hi kisi aur ko pahuchane denge... n hamesha pedon kee rakdha karenge... :)
विचार बहुत अच्छा है ।दूसरे भी सीखेंगे।
सुधा भार्गव
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