डॉ. नागेश पांडेय "संजय" अंकल ने मेरे लिए इक प्यारी सी कविता लिखी है. इसके लिए नागेश अंकल को ढेर सारा प्यार और आभार. आप भी पढ़िए और बताइयेगा कि यह कविता आपको कैसी लगी....
पाखी बिटिया के क्या कहने,
पाखी बिटिया हैं दो बहनें।
पाखी बिटिया हैं दो बहनें।
पाखी का ब्लाग बड़ा सुंदर,
सबको ही लगता है रुचिकर।
सबको ही लगता है रुचिकर।
पाखी के चित्र बहुत प्यारे,
कितने मनहर-कितने न्यारे!
कितने मनहर-कितने न्यारे!
पाखी दिन- दूनी प्रगति करे,
यों ही सबका मन खूब हरे।
यों ही सबका मन खूब हरे।
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डा. नागेश पांडेय 'संजय'/शिक्षा : एम्. ए. {हिंदी, संस्कृत }, एम्. काम. एम्. एड. , पी. एच. डी. [विषय : बाल साहित्य के समीक्षा सिद्धांत }, स्लेट [ हिंदी, शिक्षा शास्त्र ];/१९८६ से बाल साहित्य के क्षेत्र में सक्रिय,बाल साहित्य के अतिरिक्त बड़ों के लिए भी गीत एवं कविताओं का सृजन./प्रतिष्ठित पत्र- पत्रिकाओं में बच्चों के लिए कहानी , कविता , एकांकी , पहेलियाँ और यात्रावृत्त प्रकाशित./ रचनाओं के अंग्रेजी, पंजाबी , गुजराती , सिंधी , मराठी , नेपाली , कन्नड़ , उर्दू , उड़िया आदि अनेक भाषाओं में अनुवाद ./अनेक रचनाएँ दूरदर्शन तथा आकाशवाणी के नई दिल्ली , लखनऊ , रामपुर केन्द्रों से प्रसारित .
प्रकाशित पुस्तकें आलोचना ग्रन्थ : बाल साहित्य के प्रतिमान ;
कविता संग्रह : तुम्हारे लिए ;
बाल कहानी संग्रह : १. नेहा ने माफ़ी मांगी २. आधुनिक बाल कहानियां ३. अमरुद खट्टे हैं ४. मोती झरे टप- टप ५. अपमान का बदला ६. भाग गए चूहे ७. दीदी का निर्णय ८. मुझे कुछ नहीं चहिये ९. यस सर नो सर ;
बाल कविता संग्रह : १. चल मेरे घोड़े २. अपलम चपलम ;
बाल एकांकी संग्रह : छोटे मास्टर जी
सम्पादित संकलन : १. न्यारे गीत हमारे २. किशोरों की श्रेष्ठ कहानियां ३. बालिकाओं की श्रेष्ठ कहानियां
सम्प्रति : विभागाद्यक्ष , बी. एड. राजेंद्र प्रसाद पी. जी. कालेज , मीरगंज, बरेली ।
संपर्क : डॉ. नागेश पांडेय "संजय" ,सुभाष नगर , शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश (भारत) - 242001।
अंतर्जाल पर डॉ. नागेश पांडेय 'संजय' एवं अभिनव सृजन के माध्यम से सक्रियता.
25 टिप्पणियां:
भई वाह कविता तो बहुत ही अच्छी लगी.हमारी भी यही कामना है की तुम खूब तरक्की करो.
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आज कुछ धुप खिली है
कविता बहुत ही अच्छी लगी.
प्यारी पाखी बिटिया के ऊपर प्यारी कविता। नागेश जी का आभार।
pakhi tum aise hi sabki chaheti bani raho aur muskati raho...:)
सभी पाठकों, ब्लोगर एवं देश वासियों को मकर संक्राति ,तिल संक्रांत , ओणम, घुगुतिया , बिहू ,लोहड़ी ,पोंगल एवं पतंग पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
पाखी जैसी अच्छी और सुंदर कविता
bidia ko Hamari bhi bahut shubhkamnayne.. pyari kavita... Nagesh ji ko dhanyavad
कविता तो अच्छी है और उस से अच्छी पाखी.
और मेरा आशीर्वाद मेरी इन पंक्तियों के साथ:-
पाखी बिटिया खूब पढ़े.
उन्नति की सीढियां चढ़े
जब मैं पोर्टब्लेयर में आऊँ.
बिटिया को मैं गोद खिलाऊँ.
कविता बहुत ही अच्छी लगी.
सुंदर पंक्तियाँ .............
प्यारी कविता....
अरे भाई संजय अंकल ने बड़ी जोरदार कविता लिख दी है ! बहुत बढ़िया !
कविता बहुत अच्छी लगी बहुत भावपूर्ण है कविता ..आदरणीय नागेश जी का परिचय करवाने के लिए आपका धन्यवाद ..शुक्रिया
बहुत सुंदर जोड़ी है!
@ Yasvant Uncle,
कविता आपको अच्छी लगी ना...आपके प्यार और स्नेह के लिए आभार और प्यार.
@ SAnjay Uncle,
@ Pravin Uncle,
@ Ram Awatar Dada ji,
@ Kavita Aunty,
@ Patali ji,
@ Upen uncle,
@ Chaitnya,
@ Ali Dada ji,
@ Kewal Ram Uncle,
मुझे तो पता था कि नागेश अंकल की यह कविता आप लोगों को खूब पसंद आयेगी..इसके लिए आपका आभार और प्यार.
@ Mukesh Uncle,
@ Masum Uncle,
@ RAvi Uncle,
Thanks for ur sweet compliments..love.
@ PS Bhakuni Ucle,
Thanks...आपको भी ढेर सारी बधाइयाँ.
@ Kusumesh Uncle ji,
पाखी बिटिया खूब पढ़े.
उन्नति की सीढियां चढ़े
जब मैं पोर्टब्लेयर में आऊँ.
बिटिया को मैं गोद खिलाऊँ.
...आपने तो कविता के माध्यम से बड़ी सुन्दर बात कही..पोर्टब्लेयर में आपका स्वागत है. आपका आभार और प्यार.
नागेश जी जी ने तो पाखी बिटिया के लिए बड़ी प्यारी कविता लिखी. पढ़कर आनंद आ गया. अक्षिता और तन्वी को ढेर सारा प्यार एवं नागेश जी को इस अनुपम प्रस्तुति के लिए साधुवाद !
पाखी और तन्वी के प्यारे-प्यारे चित्र से तो यह पोस्ट और भी रोचक हो गई है...मस्त.
पाखी दिन- दूनी प्रगति करे,
यों ही सबका मन खूब हरे।
...Hamari taraf se bhi yahi dua hai.
पाखी जी,
इतनी कम उम्र में आप पर कवितायेँ लिखी जा रही हैं, आप सौभाग्यशाली हैं.
Dr. Nagesh ji,
कविता के माध्यम से आपने हमारी बेटियों के प्रति जो प्यार और आशीष प्रकट किया..वाकई बहुत अच्छा लगा. पाखी के लिए आपकी यह कविता बहुत प्यारी-न्यारी लगी. सुन्दर शब्दों के साथ सहज भावाभिव्यक्ति.....आभार.
वाकई यह कविता तो बड़ी अच्छी लगी. नागेश पाण्डेय जी ने इसे गुनगुनाने लायक भी बना दिया है. पाखी बिटिया यूँ ही सबका प्यार और स्नेह पाती रहें.
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