आप सब 'पाखी' को बहुत प्यार करते हैं...

बुधवार, अक्टूबर 27, 2010

समुद्र के किनारे पाखी की कलाकारी


यह देखो मैंने समुद्र के किनारे क्या बनाया.
नहीं समझ में आया...अच्छा ये देखिये.
अले वाह, यह तो बन गया...हुर्रे.अब आप भी देख लीजिये. पहले मैंने रेत का टीला बनाया और फिर उसे कोरल्स, सी-शेल, सीप ...और भी बहुत कुछ, से सजाया. अच्छा लग रहा है ना !!

32 टिप्‍पणियां:

संजय भास्‍कर ने कहा…

are ye kya banaya hai..
mujhe to pata hi nahi chal pa raha kya hai.....
par jo bhi acha hai......

संजय भास्‍कर ने कहा…

...अले वाह अच्छा है

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

बहुत अच्छा पाखी...

God Bless!

Hindi Tech Guru ने कहा…

बहुत सुन्दर

नीरज मुसाफ़िर ने कहा…

बहुत अच्छे।

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

banate raho.........subhkamnayen!!

माधव( Madhav) ने कहा…

बहुत सुंदर

जयकृष्ण राय तुषार ने कहा…

pakhi bitiya tumhari kalatmkata bahut hi sundar lagi badhai

डॉ टी एस दराल ने कहा…

बहुत सुन्दर बनाया है ।

उम्मतें ने कहा…

वाह वाह , इत्ता बढिया , हमसे तो कभी ना बना !

Coral ने कहा…

बहुत सुन्दर .....

महेन्‍द्र वर्मा ने कहा…

वाह पाखी, तुम तो बहुत बढ़िया कलाकार हो...बहुत सुंदर।

Udan Tashtari ने कहा…

कितना बढ़िया बन गया..एकदम जलपरी का महल!!

प्रवीण त्रिवेदी ने कहा…

बहुत बढ़िया बनाया !

उपेन्द्र नाथ ने कहा…

pakhi bitiya

so nice..............

Chaitanyaa Sharma ने कहा…

बहुत सुंदर पाखी...

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

अब तो मुझे भी आकर खेलने का मन कर रहा है।

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

बहुत बढ़िया!
----------------------------------------
आओ, तुम्हें खिलाऊँ लड्डू!
----------------------------------------

बेनामी ने कहा…

अरे वाह पाखी, लेकिन ये है क्या...

खैर तुमने बनाया है तो अच्छा ही होगा ...तुम तो गुणी हो...
हा हा हा...

मेरे ब्लॉग पर इस बार

उदास हैं हम ....

Ashish (Ashu) ने कहा…

are vaah pakhi tum to bari ho gayi ho.....per smile bhi kiya karo.....bahut khub banaya hai per tumne mehnat bahut ki hia ise banane me .....meri pakhi thak gayi hogi.

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

यह खेल तो बहुत बढ़िया रहा!
तभी तो इसकी चर्चा यहाँ की है-
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/10/26.html

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

यह खेल तो बहुत बढ़िया रहा!
तभी तो इसकी चर्चा यहाँ की है-
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/10/26.html

Chinmayee ने कहा…

बहुत सुन्दर....

___________
मेरे ब्लॉग पर -
Trick or Treat .......................

Dr. Zakir Ali Rajnish ने कहा…

इसे कहते हैं सृजनात्मकता। बहुत सुंदर।

vijai Rajbali Mathur ने कहा…

आप सब को सपरिवार दीपावली मंगलमय एवं शुभ हो!
हम आप सब के मानसिक -शारीरिक स्वास्थ्य की खुशहाली की कामना करते हैं.

देवमणि पांडेय Devmani Pandey ने कहा…

कमाले-फ़न है पाखी तेरी निगाहों में !
सिर्फ़ ख़ुशियों हों तेरी राहों में !

Unknown ने कहा…

दीपावली का ये पावन त्‍यौहार,
जीवन में लाए खुशियां अपार।
लक्ष्‍मी जी विराजें आपके द्वार,
शुभकामनाएं हमारी करें स्‍वीकार।।

Unknown ने कहा…

पाखी की सृजन शक्ति यूँ ही अग्रसर हो...बधाई.

Ram Shiv Murti Yadav ने कहा…

बच्चों में सृजनात्मकता का अनूठा उदाहरण ..पाखी को शुभाशीष और प्यार.

Amit Kumar Yadav ने कहा…

पूत के पांव पालने में दिख रहे हैं...शुभकामनायें.

Bhanwar Singh ने कहा…

Its So Beautiful Pakhi...congts.

Bhanwar Singh ने कहा…

๑۩۞۩๑ HAPPY DIWALI ! ๑۩۞۩๑
"Look Outside IT's Pleasant
LIGHTS Smiling For U
CANDLES Dancing For U
FAIRIES Waiting For U
Because I Ask Them 2 Wish U"
๑۩۞۩๑ HAPPY DIWALI ! ๑۩۞۩