अंडमान में घूमने-फिरने का खूब मजा है. पिछले दिनों मैं मम्मा-पापा के साथ डिगलीपुर गई. पापा ने बताया यह दक्षिण अंडमान का सबसे अंतिम क्षोर है. पापा को आफिस विजिट करने जाना था, सो वह चले गए. फिर मैं गेस्ट-हॉउस से बाहर निकली तो वहां ढेर सारे फूल दिखाई दिए. फिर तो मैंने मम्मा को आवाज़ दी और खूब फोटोग्राफी कराई. वाह, यह पीले-पीले फूल कित्ते अच्छे लग रहे हैं. वह भी ढेर सारे. इन पर तो तितलियाँ भी छिप जायेंगीं. और यह लाला वाला फूल तो ऐसा लग रहा है, जैसे मधुमखी ने अपना घर बनाया हो. यह तो प्यारा सा गुलाब है. सभी फूलों का राजा. मुझे तो बहुत अच्छा लगता है. एक तोड़कर मम्मा को देती हूँ. यह तो रजनीगंधा है...इसकी खुशबू..वाह. यहाँ तो गेंदे के ढेर सारे फूल खिले हुए हैं. एक फोटो यहाँ भी.
अब यहाँ बैठकर थोडा सा आराम भी कर लेती हूँ. चलते-चलते इक स्टाइल यह भी...!!
अब यहाँ बैठकर थोडा सा आराम भी कर लेती हूँ. चलते-चलते इक स्टाइल यह भी...!!
47 टिप्पणियां:
saare photos bhi achhe hain.... aur flowers bhi... stylish look pasand aaya pakhi.... :)
अले वाह ...इन फ़ूलों के बीच पाखी खुद एक प्यारा सा फ़ोल लग रही है ...स्टाईल भी कमाल है ...
वाह! क्या बात है !
फोटो लाजवाब देख कर ही मज़ा आ गया
areee wah sari tashwire bahu sundar...aur pakhi ka to kahan hi nahi...bahut pyari lag rhhi...
नवरात्र के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!
फूल कौन सा है और मेरी पाखी बिटिया कौन सी...हम तो कन्फ्यूज हो गये...बताओ भला!!
दोनों कित्ते सुन्दर सुन्दर!!!
वाह! क्या बात है
स्टाईल भी कमाल है देख कर ही मज़ा आ गया
फूलों के बीच एक सुन्दर स फूल ...वो तो तुमको दिख ही नहीं रहा ...बहुत खूबसूरत फोटो हैं
wowwwwwwwwwwwwwwwwwwwwww
amazing cliks, nice pics
बहुत सुन्दर चित्र
अंतिम वाला स्टाईल अच्छा लगा
Pakhi,
Tumhara phoolon ka prem padha ,dekha aur achcha laga.
Vidrohiswar.blogspot.com per pichli post me tumhara bhi ullekh kiya hai.Tumhare blog se achche-2 logon se parichay hota rahta hai.
पाखी...कितना सुंदर नाम है तुम्हारा..तस्वीरों में तो तुम फूलों जैसी ही दिख रही हो..अशीर्वाद।
अरे वाह! बहुत ही सुन्दर फ़ोटो हैं पाखी के।
रंग-बिरंगे फूलों के बीच हमारी पाखी...अतिसुन्दर !!
रंग-बिरंगे फूलों के बीच हमारी पाखी...अतिसुन्दर !!
थोड़ा-सा आराम किया तो आई मधु-मुस्कान!
फूलों-सी मुस्कान सजाती, फूलों-सी मुस्कान!
पाखी तो खुद ही फूलों से प्यारी हैं..सभी सुन्दर चित्र..बधाई.
फूल तो मुझे भी बहुत अच्छे लगते हैं, पर पाखी जी से ज्यादा नहीं.
फूल तो मुझे भी बहुत अच्छे लगते हैं, पर पाखी जी से ज्यादा नहीं.
इतने सारे फूलों के साथ यह प्यारा सा फूल बहुत ही सुन्दर है जिसका नाम शायद पाखी है .....बेहतरीन ।
बहुत सुन्दर फूलों की दुनिया...मुझे भी गुलाब बहुत प्यारे लगते हैं. पर आपकी स्टाइल तो लाजवाब है.
पाखी, आपको देखकर ख्याल आया-
अगर इतनी प्यारी सोच तुम्हारी न होती
मुलाकात तुमसे हमारी न होती
तड़पते रहते सच्चे दोस्त के लिए
अगर दोस्ती तुम से हमारी न होती.
अरे वाह पाखी.. इतने सुन्दर फूलों के बीच एक प्यारी सी गुडिया...
और अंत वाला स्टाइल तो बहुत ही बढ़िया..
वो कहते हैं ना झक्कास...
मेरे ब्लॉग पर इस बार
एक और आईडिया....
मेरी तरफ से नवरात्र की ढेर सारी शुबकामनाएं...
फूलों से(सी)प्यारी पाखी ।
बहुत अच्छे फोटो।
वाह पाखी तुम्हारी फुलवारी भी तो तुम्हारी स्टाईल जैसी ही स्टाइलिश हैँ....
पाखी बिटिया तो खुद ही एक खुबसूरत फूल है :) इनके आगे सब फीके हैं. प्यारी गुड़िया सदा खुश रहे और फूलों सा मुस्कुराती रहे यही ईश्वर से हमारी दुआ है.
पाखी बिटिया तो खुद ही एक खुबसूरत फूल है :) इनके आगे सब फीके हैं. प्यारी गुड़िया सदा खुश रहे और फूलों सा मुस्कुराती रहे यही ईश्वर से हमारी दुआ है.
फ़ूलों के बीच पाखी....वाह! क्या बात है... बहुत खूबसूरत...लाजवाब...नवरात्र के पावन अवसर पर आपको हार्दिक शुभकामनाएं और आशीर्वाद....
इन सुन्दर फूलों के बीच तो पाखी बहुत सुन्दर लग रही है!
--
आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है!
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/10/22.html
फूलों से भी अधिक सुकुमार लग रही हो आप।
बहुत सुन्दर हैं .फूल भी ,फोटो भी और पाखी भी.
पाखी जैसे सुन्दर है गुलाब हमारे...आज मालुम हुआ कि मेरी पाखी हसती भी है....
@ Chaitnya,
@ Shubham Aunty,
@ Jha Uncle,
@ Bhaskar Uncle,
Thanks a lot..आप लोगों को फूल तो बहुत पसंद आए न..और मैं भी.
@ Samir Uncle ji,
उड़न तश्तरी से आप नीचे उतरोगे तो पहचानोगे न. ऊपर से कहाँ दिखाई देगा..हा..हा..हा..
@ Mayank Uncle,
है न मजेदार...
@ Sangeeta Aunty ji,
वो तो मैंने आपके लिए छोड़ा था ...अब मुझे भी दिखने लगा..हा..हा..हा..
@ Madhav,
@ M. Verma uncle,
Thanks a lot.
@ Vijai Uncle,
आपका बहुत-बहुत आभार और प्यार. अभी आपके ब्लॉग पर घूमकर आती हूँ.
@ Mahendra Uncle,
आपके आशीष से प्रसन्न हूँ...
@ Vandna Aunty,
@ Amit Chachu,
@ Ravi Uncle,
देखा आपको भी पसंद आई...और आप अपना प्यार देने चले आए...अच्छा लगा.
@ Ratnesh Uncle,
@ Dr. Brajesh Uncle,
@ Sada Aunty,
@ Shekhar Uncle,
@ Daral Dada Ji,
आपकी बातें कित्ती प्यारी हैं...
@ Bhanvar Uncle,
आपने तो बहुत प्यारी सी कविता भी लिख दी...सो स्वीट.
@ Upendra Uncle,
मान गए न आप...
@ Roshni Aunty,
आपका इत्ता सारा प्यार पाकर तो मैं बहुत खुश हो गई...
@ Dindayal Uncle ji,
@ Pravin Uncle,
@ Shikha Aunty,
@ Ashu Uncle,
सब आपका प्यार है..
@ Mayank Dada Ji,
इत्ती प्यारी चर्चा के लिए आपका आभार व प्यार.
inne saare saare pehchaanti hai phool,
pakhi raani to hai badi hi cool cool,
muskuraate rahon yunhee sada bitia raani,
khao, piyo, masti karo, raho gol mol ...
फूलों के साथ एक सुन्दर फूल...
वाह ! जितने प्यारे प्यारे फूल है उतनी है प्यारी प्यारी पाखी ......सारे फोटोस सुन्दर है
नन्ही ब्लॉगर
अनुष्का
बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
या देवी सर्वभूतेषु शान्तिरूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
नवरात्र के पावन अवसर पर आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!
साहित्यकार-6
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’, राजभाषा हिन्दी पर मनोज कुमार की प्रस्तुति, पधारें
बड़े सुन्दर फूल हैं बिलकुल तुम्हारे जैसे !
Pakhi bitiya..1-15 Oct.2010 ke Taabar Toli men apki drawing chapi hai..ap dekhna..taabartoli.blogspot.com
एक टिप्पणी भेजें