अक्षिता (पाखी) मेरा नाम है
सब करते मुझको प्यार
मम्मी-पापा की लाडली
मिलता जी भर खूब दुलार।
कानपुर नगर में जन्म लिया
25 मार्च 2006, दिन शनिवार
मम्मी-पापा हुए प्रफुल्लित
पूरा हुआ सपनों का संसार।
दादा-दादी, नाना-नानी
सब देखने को हुए बेकरार
मौसी, बुआ, मामा-मामी, चाचू
ले आए खूब सारे उपहार।
नन्हीं सी नटखट गुड़िया
सब रिझायें बार-बार
कितनी प्यारी किलकारी
घर में आये खूब बहार ।
मम्मी-पापा संग आ गई
अब, अण्डमान-निकोबार
यहाँ की दुनिया निराली
प्रकृति की छाई बहार ।
कार्मेल स्कूल में लिया एडमिशन
प्लेयिंग, डांसिंग, ड्राइंग से प्यार
नर्सरी में अब पढ़ने जाती
मिला नए दोस्तों का संसार।
समुद्र तट पर खूब घूमती
देखती बीच और पहाड़
खूब जमकर मस्ती करूँ
और जी भरकर धमाल ।
28 टिप्पणियां:
प्यारी सी पाखी को हम भी बहुत प्यार करते हैं!
कार्मेल स्कूल में जा रही हो पढ़ने...
और वो तो लिखा ही नहीं सबसे अच्छे वाले अंकल की भी लाडली.. :)
बहुत ही सुन्दर
bahut pyari hai pakhi
दादा-दादी, नाना-नानी
सब देखने को हुए बेकरार
मौसी, बुआ, मामा-मामी, चाचू
ले आए खूब सारे उपहार।
...बेहतरीन है पाखी..ढेर सारा आशीर्वाद व प्यार.
समीर अंकल, वो तो मैं हूँ ही.
@ डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री मयंक दादा,
हम भी आपको बहुत प्यार करते हैं.
पाखी बड़ी मनभावन कविता..आपके जीवन को ही गीत में गूँथ दिया..आपका छुतकीपन का फोटो ..कित्ती क्यूट लग रही हो.
समुद्र तट पर खूब घूमती
देखती बीच और पहाड़
खूब जमकर मस्ती करूँ
और जी भरकर धमाल ।
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वो तो पाखी के ब्लॉग पर दिख ही रहा है.
पाखी फोटो में कितनी प्यारी लग रही हो..शुभकामनायें.
पाखी तो सभी की लाडली है..प्यारी बिटिया.
पाखी..देखा तुम्हें सब लोग कितना प्यार करते हैं..
वाकई पाखी की सघन अनुभूतियों को समेटती यह बाल-कविता बेहद मनभावन व प्यारीलगी.
मेरा अहोभाग्य...प्रसन्न हुआ..पाखी की दुनिया को समेटे सरल-सहज कविता.
प्यारी पाखी को कोई क्यूँ न प्यार करे ?
है ही इतनी प्यारी... :)
लाजवाब रचना. आपकी यह अनुपम कविता बेजोड़ है..हार्दिक बधाई.
पाखी दीदी को शुभकामनाये
बहुत सुन्दर रचा पाखी के बारे में..शुभकामनायें. फोटो भी लाजवाब हैं.
कार्मेल स्कूल में लिया एडमिशन
प्लेयिंग, डांसिंग, ड्राइंग से प्यार
नर्सरी में अब पढ़ने जाती
मिला नए दोस्तों का संसार।
बहुत खूब पाखी. मान से पढाई करना व मम्मी-पापा की तरह जग को रोशन करना.
@ ब्रजेश अंकल,
पक्का अंकल जी..मन से पढ़ती हूँ.
आप सभी की प्यारी-प्यारी बातों और आशीष के लिए ढेर सारा प्यार व आभार.
hum sabki laadli hai pakhi...
hamesh khush raho...khub maze karo....
mere blog par is baar..
वो लम्हें जो शायद हमें याद न हों......
jaroor aao...
main intzaar karoonga....
पाखी मेरा नाम,
मस्ती मेरा काम,
मैं हूँ सबकी प्यारी,
सबको मेरा सलाम.
टाबर टोळी
@ दीनदयाल शर्मा अंकल,
पाखी मेरा नाम,
मस्ती मेरा काम,
मैं हूँ सबकी प्यारी,
सबको मेरा सलाम.
....ये तो खूब रही..है न.
आपकी पत्रिका का इंतजार कर रही हूँ..
बहुत प्यारा गीत..सुन्दर तुकबंदी..ढेर सारा प्यार.
मधु से मधु है तुम्हारी मुस्कान,
करती अपनी शैतानियो से सबको हैरान,
मम्मी की दुलारी और पापा की है शान,
कुछ ऐसा करना की सारा देश करे तुम पर अभिमान,
बहुत प्यारा गीत...ढेर सारा प्यार.
अक्षिता (पाखी) मेरा नाम है
सब करते मुझको प्यार
मम्मी-पापा की लाडली
मिलता जी भर खूब दुलार।
..hamari taraf se bhi dher sara pyar.
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