नवरात्रि का पर्व आरम्भ हो चुका है। इस बार हम यह त्यौहार जोधपुर में मना रहे हैं। यहाँ पर मेहरानगढ़ स्थित चामुण्डा देवी का मंदिर काफी प्रसिद्ध है। हमें वहाँ भी जाना है। कहा जाता है कि जब 1965 का युद्ध हुआ था, तब सबसे पहले जोधपुर को टारगेट बनाया गया था और मां चामुंडा ने चील के रूप में प्रकट होकर जोधपुरवासियों की जान बचाई थी और किसी भी तरह का कोई नुकसान जोधपुर को नहीं होने दिया था। तब से जोधपुर वासियों में मां चामुंडा के प्रति अटूट विश्वास है।
इस शुभ पर्व पर आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएँ और आपका आशीर्वाद व स्नेह तो हमें चाहिए ही !!
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