मुझे तो आम खाना बहुत अच्छा लगता है. अंदमान में तो साल भर में दो-तीन बार आम होते थे, पर यहाँ इलाहाबाद में अब जाकर आम के दर्शन हुए हैं
जब हम आपने घर में शिफ्ट हुए तो आम के पेड़ों पर सिर्फ बौर थीं, और आज जाकर देखा तो खूब सारे आम आ गए हैं.
फलों के राजा आम को इत्ते करीब से मैंने पहली बार देखा है. अब तो लगता है , जल्दी से ये बड़े होकर पीले-पीले हो जाएँ, फिर इन्हें खूब खाऊन्गी.
जब हम आपने घर में शिफ्ट हुए तो आम के पेड़ों पर सिर्फ बौर थीं, और आज जाकर देखा तो खूब सारे आम आ गए हैं.
फलों के राजा आम को इत्ते करीब से मैंने पहली बार देखा है. अब तो लगता है , जल्दी से ये बड़े होकर पीले-पीले हो जाएँ, फिर इन्हें खूब खाऊन्गी.
!! मेरे मुंह में तो इन्हें देखकर ही पानी आ रहा है !!
10 टिप्पणियां:
आम तो हमें भी बहुत पसन्द है और फिर आम का सीजन भी आ गया है ...
आम तो आम ही है क्या कहना इसके पर आजकल महंगा बहुत हैं :)
वाह, अभी तो अमिया हैं, जल्दी ही पकेंगे।
वाह. आम का मौसम आ गया है। मुझे भी आम खूब पसंद हैं। मेरा बस चले तो मैं दिन भर आम ही खाता रहूं। तुम भी खूब आम खाना पाखी...
इलाहाबादी अमरुद भी बहुत मशहूर हैं पाखी..फ़िलहाल तो आम के स्वाद का मजा लीजिये.
इलाहाबादी अमरुद भी बहुत मशहूर हैं पाखी..फ़िलहाल तो आम के स्वाद का मजा लीजिये.
Yami-Yamiiiiiiiiii
Ab to ye pak bhi gaye hongen.
Mango is my Favourite..Yami-yami.
अक्षिता की सन-ग्लास में फोटो तो वाकई शानदार है..स्नेहाशीष.
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