आप सब 'पाखी' को बहुत प्यार करते हैं...

रविवार, नवंबर 14, 2010

नेहरू चाचा आओ ना..


आज बाल-दिवस है. मम्मा बता रही थीं कि आज ही हमारे प्रथम प्रधानमंत्री नेहरु चाचा का जन्म हुआ था. वे हम बच्चों से बहुत प्यार करते थे और बच्चे उन्हें प्यार से चाचा कहा करते थे. तभी तो उनका जन्म दिन बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. आज बाल-दिवस पर पापा की इक प्यारी सी कविता पोस्ट कर रही हूँ. आप बताइयेगा कि यह कैसी लगी-

नेहरू चाचा आओ ना
दुनिया को समझाओ ना
बच्चे कितने प्यारे होते
कोई उन्हें सताए ना ।

नेहरू चाचा आओ ना
मधु मुस्कान दिखाओ ना
तुम गुलाब की खुशबू से
बचपन को महकाओ ना ।

नेहरू चाचा आओ ना
उजियारा फैलाओ ना
देशभक्त हों, पढें-लिखें
ऐसा पाठ पढा़ओ ना ।

नेहरू चाचा आओ ना।

41 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

पाखी, बाल दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं

बेनामी ने कहा…

मेरे ब्लॉग पर पहचान कौन चित्र पहेली :-४

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

बाल दिवस की शुभकामनायें ..कविता बहुत अच्छी है

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

बाल दिवस की शुभ कामनाएं!

आशीष मिश्रा ने कहा…

बाल दिवस की बहोत ढेरों शुभकामनाएँ पाखी.....

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ Shekhar Uncle,

Thanks a lot. आपकी पहेली देखी...यह कौन हैं, पहले तो नहीं देखा...आप ही बताओ ना.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ Sangita Aunty ji,
@ Yashvant Uncle,
@ Ashish Uncle,


अले वाह, आज तो बाल दिवस है. सभी को बधाई और हम बच्चों को मिले मिठाई...

रानीविशाल ने कहा…

बाल दिवस की शुभकामनायें ..अच्छी कविता :)
अनुष्का

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ Rani Aunty,

Thanks a lot with Love.

Chinmayee ने कहा…

बाल दिवस की शुभकामनायें ..कविता बहुत सुन्दर है

KK Yadav ने कहा…

लगता है मेरी यह बाल-कविता सभी को भा रही है...आभार. बाल दिवस की ढेरों बधाइयाँ.

Unknown ने कहा…

नेहरू चाचा आओ ना
मधु मुस्कान दिखाओ ना
तुम गुलाब की खुशबू से
बचपन को महकाओ ना ।

....बाल-मन के लिए बहुत मासूम अभिव्यक्ति..पाखी के पापा को हमारी तरफ से बधाइयाँ.

Unknown ने कहा…

और हाँ, 'बाल-दुनिया' पर आपकी मम्मा की भी कविता पढ़ी-

बचपन मेरा लौट जो आए
जीवन में खुशहाली लाए
पढ़ाई से मिलेगी छुट्टी
बात नहीं कोई होगी झूठी।
.....इसे तो खूब गुनगुनाने का मन कह रहा है.

Unknown ने कहा…

आज तो बाल दिवस है. सभी को बधाई और हम बच्चों को मिले मिठाई...

तब तो हम भी बच्चों की कतार में खड़े हो गए..हा..हा..हा..

दिगम्बर नासवा ने कहा…

सुन्दर कविता है ... चाचा नेहरू का जनम दिन मुबारक ...

कडुवासच ने कहा…

... bahut sundar ... badhaai va shubhakaamanaayen !

Archana Chaoji ने कहा…

बधाई..शुभकामनाएं...आशिर्वाद....

बेनामी ने कहा…

आपको बाल दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं !

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

सुन्दर कविता व आपको बालदिवस की बधाई।

उम्मतें ने कहा…

आपके लिए ढेर आशीर्वाद बेटा !

P.N. Subramanian ने कहा…

सुन्दर कविता. हमें पता ही नहीं था की यह तो पाखी के पापा का कमाल है. पाखी को ढेर सारा प्यार.

Dr Xitija Singh ने कहा…

पाखी को बाल दिवस पर बहुत बहुत प्यार ....

Chaitanyaa Sharma ने कहा…

सुन्दर कविता
बाल दिवस की शुभकामनाएं

वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा…

बहुत प्यारी कविता है पाखी. शुभकामनायें.

शिवम् मिश्रा ने कहा…


बेहतरीन पोस्ट लेखन के लिए बधाई !

आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।

बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें

Shyama ने कहा…

बहुत सुन्दर भाव !
--
बाल दिवस की शुभकामनाएँ!

Dr. Zakir Ali Rajnish ने कहा…

बहुत सुंदर कविता। बधाई।


---------
जानिए गायब होने का सूत्र।
बाल दिवस त्‍यौहार हमारा हम तो इसे मनाएंगे।

डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumar ने कहा…

वाह पाखी आपने तो बालदिवस पर पापा की बहुत सुन्दर कविता पढ़वाई।

डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumar ने कहा…
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डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumar ने कहा…
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डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumar ने कहा…
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डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumar ने कहा…
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डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumar ने कहा…
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Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

वाह पाखी, पापा की अच्छी सी कविता पढवाई...

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

...और छोटी कैसी है. अब तो खूब मजा आता होगा.

Shahroz ने कहा…

Beautiful Poem !!

S R Bharti ने कहा…

नेहरू चाचा आओ ना
उजियारा फैलाओ ना
देशभक्त हों, पढें-लिखें
ऐसा पाठ पढा़ओ ना ।

सहज भाषा में सुन्दर और बाल-सुलभ कविता...बधाई.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

आप सभी लोगों को पापा की यह कविता पसंद आई ना...सभी को ढेर सारा प्यार व आभार. अपना प्यार और आशीष यूँ ही देते रहिएगा.

Akshitaa (Pakhi) ने कहा…

@ मयंक दादा जी,

चर्चा प्यारी है. अपना प्यार और आशीष यूँ ही देते रहिएगा.

संजय भास्‍कर ने कहा…

सुन्दर कविता

संजय भास्‍कर ने कहा…

बहुत पसन्द आया

बहुत देर से पहुँच पाया .......माफी चाहता हूँ..