देश के प्यारे गाँधी बाबा,
बच्चों के बापू कहलाए।
सत्य-अहिंसा की नीति से,
देश को आजादी दिलवाए।
सूरज से चमकें बापू जी,
कभी न हिम्मत हारे थे।
अंग्रेजों को मार भगाया,
पीछे-पीछे सारे थे।
कभी न हिम्मत हारे थे।
अंग्रेजों को मार भगाया,
पीछे-पीछे सारे थे।
हम बच्चों के प्यारे बापू,
सपनों में जब आते हैं।
सत्य, अहिंसा, दया, धर्म,
देश-प्रेम का पाठ पढ़ाते हैं।
सपनों में जब आते हैं।
सत्य, अहिंसा, दया, धर्म,
देश-प्रेम का पाठ पढ़ाते हैं।
(आज राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी का जन्मदिन है. इस दिन पर पढ़िए पापा की यह प्यारी सी कविता)
5 टिप्पणियां:
गांधी जयन्ती पर शुभकामनाऐं । ऐसे ही लिखती रहो
बहुत सुंदर बाल कविता
बहुत ही प्यारी बाल कविता..
बहुत प्यारी कविता लिखते हैं आपके पापा..बधाई.
सूरज से चमकें बापू जी,
कभी न हिम्मत हारे थे।
अंग्रेजों को मार भगाया,
पीछे-पीछे सारे थे।
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बहुत सुन्दर बाल-गीत ...बधाइयाँ.
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