आजकल तो इलाहाबाद में खूब गर्मी पड़ रही है. कहाँ अंडमान का सुहाना मौसम और अब इलाहाबाद की गर्मी.एक तो सूरज दादा सबको परेशान किये हुए हैं, वहीँ सिविल लाइंस, जहाँ हमारा आवास है, बाहर निकलिए तो खूब सारे गड्ढे खुदे हुए हैं. इत्ती धूल उडती है कि अब आँखों का ख्याल तो करना ही पड़ेगा. इसीलिए मैंने भी एक खूबसूरत सन-ग्लास ले लिया है. अब देखती हूँ, सूरज दादा कैसे परेशान करते हैं या धूल कैसे मेरी आँखों में जाती है !!
सन ग्लास अच्छा लगा रहा है क्योंकि 'अक्षिता' ने लगाया है
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर.
जवाब देंहटाएंवाह, आप तो बड़ी अच्छी लग रही हैं
जवाब देंहटाएंवाह .. क्या मस्त लग रही है पाखी इन सन ग्लास में ...
जवाब देंहटाएंवाह ..बहुत सुन्दर पाखी...
जवाब देंहटाएंवाह पाखी..इत्ता सुन्दर चश्मा...आपके पहनने से इसकी सुन्दरता तो और भी बढ़ गई.
जवाब देंहटाएंFantastic..
जवाब देंहटाएंNajar na lage...beautiful.
जवाब देंहटाएंअक्षिता की सन-ग्लास में फोटो तो का चित्र तो वाकई शानदार है..स्नेहाशीष.
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