
कल तो दीपावली है. ढेर सारी फुलझड़ियाँ छुड़ाने का दिन. पटाखों से तो मुझे बहुत डर लगता है. उनकी आवाज़ सुनकर तो मैं अपने कान बंद कर लेती हूँ...

और हाँ, इस दिन तो तो लक्ष्मी-गणेश जी की पूजा भी होगी और फिर ढेर सारी मिठाइयाँ भी. लक्ष्मी-गणेश जी के स्वागत के लिए ही तो घर में खूब सफाई भी होती है.
पूजा के बाद ढेर सारे दिए जलाये जायेंगे..कित्ता अच्छा लगता है. मानो सारे तारे ही जमीं पर आ गए हों. उस पर से झिलमिल करती झालरें और मोमबत्तियां...वाह ! मम्मा बता रही थीं की इसी दिन भगवान श्री राम अयोध्या लौटे थे और इस ख़ुशी में अयोध्यावासियों ने दीये जलाकर उनका स्वागत किया था, तभी से दीपावली मनाई जाती है. मैं तो चली दीपावली की तैयारियाँ करने..मतलब ममा का साथ देने।आप सभी को दीपावली की खूब बधाइयाँ और प्यार !!
दीपावली की शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंदिवाली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ|
सभी ब्लागर्स को दीप-पर्व पर अनंत शुभकामनाएं. आप सब ऐसे ही ब्लागिंग में नित रचनात्मक दीये जलाते रहें !!
जवाब देंहटाएं.**शुभ दीपावली **
जवाब देंहटाएंआपको भी ढेरों बधाईयाँ।
जवाब देंहटाएंदीपावली की शुभ कामनाएं .
जवाब देंहटाएंदीपावली के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
जवाब देंहटाएंआशा
आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को दिवाली की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें !
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