![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhfPFpZmOQPFg0VOltP1jUwKpeyj7bUP1n23F-CYBcnDCHTpF1R_zq22FBvAC-KOaryH0G8zasAjE9XVrO10ZioN7c5m9542-EtKUJEoiglmbFMwuyFcADFHcMLIdY3srMEMAiddxHgfpc/s280/untitled.bmp)
****************************************************************************
दोस्तो, तुम्हें याद होगा कि कुछ समय पहले हमने तुम्हें बताया था कि तुम अपना ब्लॉग कैसे बना सकते हो। जब हमने नेट पर सर्च किया तो पाया कि ऐसे बहुत से ब्लॉग बच्चों के हैं। कुछ बच्चे खुद ही अपने ब्लॉग को अपडेट करते हैं तो कुछ टेक्निकल जानकारी न होने की वजह से अपने पेरेंट्स या फिर किसी बड़े की मदद ले रहे हैं। जब हमने इन ब्लॉग्स को देखा तो वे बेहद रोचक लगे। कोई अपने पिकनिक पिक्चर नेट पर शेयर कर रहा है तो कोई बता रहा है कि किसी परिणाम से पहले उसे कैसा महसूस हुआ। पेंटिंग, कहानी, कविता, जोक्स आदि जो मन करता है, अपने ब्लॉग पर लिख रहे हैं। चलो मिलते हैं ऐसे ही कुछ बच्चों से, जो किसी स्टार से कम नहीं। भारत मल्होत्रा की रिपोर्ट।
दोस्तो, जब तुम इन ब्लॉग्स की सैर करोगे तो पाओगे कि तुम्हारी ही उम्र के बच्चे अपनी क्रिएटिविटी को कैसे दुनिया भर के लोगों तक पहुंचा रहे हैं। इसके साथ ही यहां होंगे कुछ ऐसे ब्लॉग्स, जो तुम्हारे लिये बेहद फायदेमंद होंगे और जिन्हें पढ़ना तुम्हारे लिये फायदे का सौदा होगा। इनमें कविता है, ड्रॉइंग है, मजेदार कहानियां हैं और सीखने को है बहुत कुछ। वे पापा से चॉकलेट मांगते हैं और मम्मी को तंग करते हैं। दादा-दादी के लाडले हैं और नानी के घर जाकर खूब ऊधम भी मचाते हैं। लेकिन इस सबके बाद भी ब्लॉगिंग भी करते हैं। तो चलो आज कुछ ऐसे ही नन्हे ब्लॉगर्स से मिला जाये-
***************************************************************
http://akshaysdream.blogspot.com/
नवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र अक्षय का यह ब्लॉग है। वह कहते हैं कि ब्लॉग बनाने की प्रेरणा मुझे अपनी मम्मी से मिली। दरअसल मम्मा जब भी कंप्यूटर में ब्लॉग पर कुछ-कुछ टाइप कर रही होती थीं तो मुझे यह देख कर बहुत अच्छा लगा। मैंने मम्मा से कहा कि मुझे भी बताओ कि कैसे आप टाइप कर लेती हैं। एक खास तरह के फॉन्ट पर मम्मा ने टाइप करना मुझे सिखा दिया। फिर क्या था, मैं जो कविताएं कागज पर लिखा करता था, वह मैं अपने ब्लॉग पर करने लगा। 2007 में बने इस ब्लॉग पर मेरी कविताओं के लिए लगातार कमेंट्स आ रहे हैं। इस ब्लॉग पर मैं कविताओं के अलावा ड्रॉइंग भी बनाता हूं। मैंने अपने ब्लॉग का लिंक अपने ऑरकुट अकाउंट पर दिया हुआ है ताकि मेरे दोस्त भी ब्लॉग के लिंक पर क्लिक करें। देखा दोस्तो, अक्षय अपने ब्लॉग को लेकर कितना उत्साहित है।
नवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र अक्षय का यह ब्लॉग है। वह कहते हैं कि ब्लॉग बनाने की प्रेरणा मुझे अपनी मम्मी से मिली। दरअसल मम्मा जब भी कंप्यूटर में ब्लॉग पर कुछ-कुछ टाइप कर रही होती थीं तो मुझे यह देख कर बहुत अच्छा लगा। मैंने मम्मा से कहा कि मुझे भी बताओ कि कैसे आप टाइप कर लेती हैं। एक खास तरह के फॉन्ट पर मम्मा ने टाइप करना मुझे सिखा दिया। फिर क्या था, मैं जो कविताएं कागज पर लिखा करता था, वह मैं अपने ब्लॉग पर करने लगा। 2007 में बने इस ब्लॉग पर मेरी कविताओं के लिए लगातार कमेंट्स आ रहे हैं। इस ब्लॉग पर मैं कविताओं के अलावा ड्रॉइंग भी बनाता हूं। मैंने अपने ब्लॉग का लिंक अपने ऑरकुट अकाउंट पर दिया हुआ है ताकि मेरे दोस्त भी ब्लॉग के लिंक पर क्लिक करें। देखा दोस्तो, अक्षय अपने ब्लॉग को लेकर कितना उत्साहित है।
http://www.pakhi-akshita.blogspot.com/
इस ब्लॉग के बाद नाम आता है अक्षिता यादव का। अक्षिता का प्यार का नाम पाखी है, यानी चिड़िया। उसकी उम्र तो बेहद कम है, लेकिन हिन्दी ब्लॉगिंग में वो एक जाना-पहचाना नाम बन चुकी है। अक्षिता के ब्लॉग पाखी की दुनिया पर क्लिक करके पहुंचा जा सकता है। इसमें उसकी रोजमर्रा की कहानी भी होती है। बात टीचर्स डे मनाने की हो या फिर जन्माष्टमी की खुशियां मनाने की, अक्षिता हर भावना को व्यक्त करने में कामयाब रही है। इसके साथ ही उसके ब्लॉग पर उसके बनाये चित्र भी देखे जा सकते हैं।
खूबसूरती से रंग भरती है अक्षिता।
अक्षिता अपने मम्मी-पापा के साथ पोर्ट-ब्लेयर में रहती है, लेकिन उसके मम्मी -पापा दोनों ब्लॉगिंग करते हैं। अक्षिता को प्लेयिंग, ड्रॉइंग के साथ-साथ घूमना-फिरना भी बेहद पसंद है, इसके साथ ब्लॉगिंग से तो उसे प्यार है ही। अक्षिता का ब्लॉग बेहद पॉपुलर है और फिलहाल हिन्दी के टॉप 150 ब्लॉगों में से एक है। तुम्हें पता है कि पाखी की तस्वीर तो बच्चों की एक मैगजीन के कवर पर भी छप चुकी है। बहुत पसंद किया जाता है पाखी को। कई अखबारों और पत्र-पत्रिकाओं में पाखी के नाम का जिक्र हो चुका है।
पाखी यह भी कहती है कि ब्लॉगिंग करने से उनके बाकी कामों पर कोई असर नहीं पड़ता। वो पढ़ाई-लिखाई और खेल-कूद के लिये पूरा वक्त निकाल लेती है। ब्लॉग पर उसके काम को देखते हुए उसे एक संस्थान की ओर से 2010 की सर्वश्रेष्ठ नन्ही ब्लॉगर का इनाम भी मिल चुका है। है, न मजेदार बात। हां, एक जरूरी बात, अक्षिता क्यों कि अभी छोटी है, इसलिये अपनी बातें और विचार ब्लॉग पर उतारने के लिये उसे अपने माता-पिता की मदद लेनी पड़ती है।
http://balduniya.blogspot.com/
यूआरएल पर जाकर तुम्हें निराश नहीं होना पड़ेगा। ये ब्लॉग पूरी तरह से तुम्हारे लिये ही हैं। इस पर तुम्हारे लिये ढेरों कवितायें भरी पड़ी हैं। इसके साथ ही कई मजेदार जानकारियां भी हैं, जैसे- हैप्पी बर्थडे गीत की शुरुआत कैसे हुई? फ्रैंडशिप डे के पीछे कौन सी कहानी छुपी है? यह क्यों मनाया जाता है? इसकी शुरुआत कैसे हुई?
इसमें कई रचनायें तो तुम्हारी उम्र के बच्चों की ओर से की गयी हैं। हां, अगर तुम चाहो तो तुम भी अपनी रचना, ड्रॉइंग आदि इस ब्लॉग पर भेज सकते हो, फिर वो तुम्हारे नाम से उसे यहां लगा देंगे। क्यों, है न मजेदार।
http://riddhisingh.blogspot.com/
ब्लॉग देखने में बेहद खूबसूरत लगता है। इसे एक बार देखने से यही लगता है कि कोई बड़ा इस छोटे से बच्चे की भावनाओं को, उसकी बातों को और उसकी शरारतों को तुम तक पहुंचाता है। क्योंकि यह ब्लॉग तुम जैसे ही किसी बच्चे का है, इसलिए वहां कुछ तुम्हें पसंद आए तो कमेंट जरूर करना। मौज-मस्ती से भरपूर यह ब्लॉग तुम्हारा मनोरंजन जरूर करेगा।
http://balsajag.blogspot.com/
बाल सजग एक ऐसा ब्लॉग है, जो बना है सिर्फ तुम बच्चों के लिए। इसकी टीम में सभी मजदूर बच्चे हैं, जो काम करते हैं और साथ ही कवितायें-कहानियां भी कहते हैं। इस ब्लॉग पर आने के बाद तुम्हें अहसास होगा कि भले ही इन बच्चों के पास सुविधाओं की कमी हो, लेकिन टेलेंट की कोई कमी नहीं है। ये बच्चे पेड़ लगाने का मैसेज भी देते हैं और नेताओं पर व्यंग्य भी करते हैं। हां, इनकी भाषा बिल्कुल तुम्हारे जैसी है- सिंपल। इस ब्लॉग पर एक बार आकर देखो, तुम्हें मजा आ जायेगा।
http://saraspaayas.blogspot.com/
इस ब्लॉग को हम लोगों तक पहुंचाने के लिए यह बच्चा अपने पेरेंट्स की मदद लेता है। यह ब्लॉग है रावेंद्र कुमार रवि का, लेकिन है ये तुम्हारे लिये। इसमें कई बच्चों के ब्लॉग के लिंक हैं और साथ ही मजेदार कवितायें भी हैं। इसके साथ ही मजेदार बातें तो हैं ही।
http://nanhaman.blogspot.com/
नन्हा मन इस ब्लॉग का नाम है। ब्लॉग की दुनिया में तुम लोगों के लिये यह एक ऐसा ब्लॉग है, जहां तुम्हारे मनोरंजन का खास ख्याल रखा गया है। और अगर तुम चाहते हो कि तुम्हारी कोई रचना यहां छपे तो nanhaman@gmail.com पर उसे मेल भी कर सकते हो।
दोस्तो, हो सकता है कि तुम्हें अच्छी कहानी, कविता लिखनी आती हो। तुम में से कुछ बच्चे अच्छी पेंटिंग करना भी जानते होंगे। लेकिन जब बात आती है इन सारी चीजों को कंप्यूटर में अपलोड करने की तो हो सकता है तुम्हें इसकी टेक्निकल जानकरी न हो। इस काम के लिए बड़ों की मदद लेने में मत हिचकना। जो बच्चे कंप्यूटर में ब्लांगिग करना चाहते हैं, वे बड़ों को देख-देख एक दिन खुद-ब-खुद एक्सपर्ट हो जाएंगे। हिन्दी में बच्चों के और ब्लॉग्स के लिये क्लिक करें
http://hindikids.feedcluster.com
साभार : Live हिंदुस्तान. com
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg36M7MgVu5QeB6FDp3wwDvqXiYABziRqk6R1XEjmaMp2IfjzVQ3EaxG2dkhIU07qfbDLKR_uyDTmXi2VFDAzQOIPdgVTwp9Bvccy2ptdprC2tPHzWMN8Kca_TTw_X6dTXULV5WlymWJxc/s280/blog-media-pakhi-nanha-man-saras-payas.jpg)
वाह पाखी की दुनिया तो बहुत जीवंत है -एक प्यारी सी किसिम किसम की रन बिरंगी पाखी और होती है ---लेकिन न जाने क्यों उसे ड्रैगन फ्लाई कहते हैं -
जवाब देंहटाएंअक्षिता उस पर भी कभी एक चर्चा हो जाय -आशीष !
रोचक जानकारी...मिष्टी भी अब अपना ब्लॉग खोलने का मन बना रही है...इस लिस्ट में आदित्य के ब्लॉग का जिक्र कैसे नहीं आया?
जवाब देंहटाएंनीरज
बहुत अच्छे लिंक्स दिया है आज आपने.. मुझे भी बच्चों की क्रिएटिविटी बहुत भाती है. अपने नन्हें से हाथों से जब वे अपने सोच को साकार रूप देते है तो बहुत अच्छा लगता है.. उनकी मासूम बातें कभी-कभी बड़ें-बड़ों से भी बढ़कर होती है, और जिस भोलेपन से वे बोलते हैं सच में जब मन दुखी रहता है जो एकदम से सही हो जाता है....
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुभकामनाएं
@ Arvind Mishra Uncle,
जवाब देंहटाएंThanks a lot.आपने कहा है तो अब ड्रैगन-फ्लाई पर भी चर्चा होगी.
@ गोस्वामी दादा जी,
जवाब देंहटाएंमिष्टी को कहिये अपना ब्लॉग जल्दी आरंभ कर लें, काफी मजा आयेगा. आदित्य के ब्लॉग का जिक्र ना होना देखकर मुझे भी आश्चर्य हुआ.
@ कविता आंटी,
जवाब देंहटाएंThanks a lot. आपकी बातें तो बहुत अच्छी और प्यारी लगीं.
बहुत ख़ुशी हुई ये समाचार पड़ कर ....इतने सारे अच्छे अच्छे लिंक्स के लिए धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंऔर हाँ मेरे ब्लॉग पर आकर मुझसे दोस्ती करने के लिए भी :)
अनुष्का
bachchon ka blog dekhkar bahut achchha laga....inki bal sulabh criativity aur saumyta nishchay hi chehre par muskan la degi.
जवाब देंहटाएंबहुत खुब.. बच्चों का साम्राज्य दिन ब् दिन बढ़ रहा है...
जवाब देंहटाएंहर तरफ तेरा जलवा है.. :)
सभी दोस्तों को बधाई , खास करके पाखी को . आज सुबह मैंने भी जब अखबार खोला तो ये खबर पढ़ी , खुशी हुई पढ़ कर .एक बार सभी को दुबारा बधाई .
जवाब देंहटाएंजय हिन्दी
जय भारत
मृत्युंजय कुमार
@ रानी विशाल आंटी,
जवाब देंहटाएंअब तो दोस्ती पक्की....अनुष्का बड़ी क्यूट सी है.
@ 'मेरे भाव' आंटी जी,
जवाब देंहटाएंThanks a lot...अब अपना स्नेह और आशीष देने आती रहिएगा.
@ रंजन अंकल,
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने....
@ माधव,
जवाब देंहटाएंThanks a lot.
bachcho ki creativity ka jabab nahi.........badhai beta!!
जवाब देंहटाएंbachcho ki creativity ka jabab nahi.........badhai beta!!
जवाब देंहटाएंमैं आज तुम्हारे ब्लॉग पर आई...पाखी भी प्यारी लगी और पाखी का ब्लॉग भी...अब तो हम दोस्त हो गए न...खूब सारी बातें करेंगे...ठीक
जवाब देंहटाएंवाह! पाखी क्या बात है! बहुत बढ़िया लगा ये समाचार पढ़कर और अच्छे अच्छे लिंक्स मिले उसके लिए धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबच्चों की क्रिएटिविटी की बात ही निराली होती है और हम बड़े कभी कभी उनके काम को देखकर आश्चर्य हो जाते हैं और उनसे काफी चीज़ें सिखने को भी मिलता हैं!
अरे वाह पाखी तुम्हे बधाई हो
जवाब देंहटाएंअरे इनमे तो मैं बस पाखी को जानता था, बाकियों से मिलाकर अच्छा किया.. :)
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा ये जानकार...
और तुम्हे बहुत बहुत बधाई !!
वाह ! बहुत बहुत मुबारकबाद.
जवाब देंहटाएं@ वीना आंटी,
जवाब देंहटाएंदोस्ती पक्की...अब आती रहिएगा और अपना आशीष देती रहिएगा.
@ Mukesh Uncle,
जवाब देंहटाएं@ Babli Aunty,
@ Bhatia Dada ji,
@ Kajal Uncle,
Thanks a lot.
@ abhi Uncle,
जवाब देंहटाएंदेखा..नए लोगों से मुलाकात कराई न.
अरे वाह!! बिटिया तो हर तरफ छाई हैं...बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंवाकई आदि, लविज़ा, माधव, जादू का न दिखना इस लिस्ट में आश्चर्य में डालता है लेकिन बहुत अच्छी शुरुवात है इस तरह के जिक्र..शायद अगली बार उनका जिक्र भी आ जायेगा.....
आप तो मिठाई खिलाओ और ऐसे ही छाये रहो!! शाबास!!:)
दैनिक 'हिंदुस्तान' का यह प्रयास सराहनीय है. अच्छा होता यदि बच्चों से जुड़े अन्य ब्लोग्स की भी चर्चा की जाती.
जवाब देंहटाएंचर्चा तो होगी ही पाखी ने इतना नाम जो कमाया है
जवाब देंहटाएंअरे वाह! पाखी क्या बात है! बहुत बढ़िया लगा ये समाचार पढ़कर और अच्छे अच्छे लिंक्स मिले उसके लिए धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंहिन्दुस्तान क्या तुम तो ब्रह्माण्ड की लाडली हो और ब्रह्मांड का प्रेरक प्रकाश तुम्हारे व्यक्तितित्व और कृतित्व की आभा को तुम्हारी आशाओं और इच्छाओं के अनुरूप तुम्हें प्रखर प्रतिभा की दिव्या ज्योति का कवच प्रदान करे, मेरी यही शुभकामना है ....ढेर सारा स्नेह और टोकरी भर कर आशीष इस उपलब्धि के लिए मेरी और से भी ....बधाईयाँ !
ये न सिर्फ़ पाखी बिटिया के लिए बल्कि पूरे हिंदी ब्लॉग जगत के लिए खुशी और गर्व की बात है । बधाई हो बिटिया रानी ...........
जवाब देंहटाएंपाखी जी, माहौल बना हुआ है, इसे बनाये रखिये।
जवाब देंहटाएंआप की रचना 17 सितम्बर, शुक्रवार के चर्चा मंच के लिए ली जा रही है, कृप्या नीचे दिए लिंक पर आ कर अपनी टिप्पणियाँ और सुझाव देकर हमें अनुगृहीत करें.
जवाब देंहटाएंhttp://charchamanch.blogspot.com
आभार
अनामिका
भई वाह ! आपके पापा जी से पार्टी लेना पड़ेगी :)
जवाब देंहटाएंअरे वाह!
जवाब देंहटाएंपाखी सहित सभी बच्चों को बधाई
चर्चा तो यहाँ भी हुई है, खुद ही देख लो :-)
पाखी बिटिया को ढेरों ढेर आशीर्वाद और उन बच्चों के लिए भी जो पाखी से प्रेरणा पाकर अपने हिन्दी ब्लॉग बनाने में जुट गए हैं। पाखी अपने मित्रों की मदद करोगी न।
जवाब देंहटाएं16 वर्षीय हिन्दी ब्लॉगर संपर्क करें : अक्षिता, पाखी, जादू, बुलबुल कहां हो : जल्दी आओ
आपको इनाम मिल गया होगा, नाम वाला ई नाम।
अरे वाह, क्या बात है! बहुत बढ़िया!
जवाब देंहटाएंDear Pakhi, I have seen this article in today's Hindustan. Its nice to see anybody's article whom you know.I have been a regular visitor of yours blog. Keep it up. All the best.
जवाब देंहटाएंअरे वाह ! बहुत बहुत बधाई बिटिया…………बहुत अच्छा लगा देखकर्।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंachhi munni.
जवाब देंहटाएं@ Samir Uncle,
जवाब देंहटाएंकई ब्लॉग का जिक्र ना होना देखकर मुझे भी आश्चर्य हुआ...पर शुरुअत हुई है तो अब सभी का जिक्र आयेगा.
मिठाई के लिए तो आपको अंडमान तक की यात्रा करनी पड़ेगी...हा..हा..हा..
@ पश्यंती आंटी,
जवाब देंहटाएं@ अजय झा अंकल,
@ प्रवीन पाण्डेय अंकल,
@ शाहनवाज अंकल,
@ वंदना आंटी,
@ कासिम अंकल,
@ राजभाषा हिंदी,
आप लोगों का प्यार और आशीष ऐसे ही मिलता रहे...
@ रवीन्द्र प्रभात अंकल,
जवाब देंहटाएंआपने तो ढेर सारा प्यार व आशीष बरसा दिया...आपको भी ढेर सारा प्यार और आभार. और हाँ, ख़िताब तो आपने ही दिया था. फिर तो आपकी ही दिखाई हुई राह है. आपका प्यार और आशीष ऐसे ही मिलता रहे...
@ अनामिका आंटी,
जवाब देंहटाएंचर्चा के लिए आभार और प्यार. आपका प्यार और आशीष ऐसे ही मिलता रहे...
@ ali uncle,
जवाब देंहटाएंअब अंडमान आ भी जाइये...मजेदार पार्टी.
@ पाबला दादा जी,
जवाब देंहटाएंThanks a lot. इस ब्लॉग पर तो तो पहले मैं कभी नहीं गई. अब तो आती-जाती रहूँगीं. ..और आर्टिकल के चित्र को साभार यहाँ भी लगा रही हूँ.
@ अविनाश अंकल,
जवाब देंहटाएंमैं तो अभी बहुत छोटी हूँ. मैं तो खुद ही आप लोगों से प्रेरणा पाती हूँ. आपका प्यार और आशीष ऐसे ही मिलता रहे...
बच्चों के ब्लागों की चर्चा बहुत बढ़िया लगी..... बधाई..
जवाब देंहटाएं@ SPARSH,
जवाब देंहटाएंThanks a lot for ur kind words. I also visited ur blog and find so cute card there and put my comment there.
@ महेंद्र मिश्र दादा जी,
जवाब देंहटाएंआपके प्यार व आशीष के लिए ढेर सारा प्यार व आभार. आपका प्यार और आशीष ऐसे ही मिलता रहे...
वाह, पाखी के बारे में तो बड़ी विस्तार से चर्चा की गई है...आखिर बेस्ट बेबी ब्लागर भी तो है...शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंवाह, पाखी के बारे में तो बड़ी विस्तार से चर्चा की गई है...आखिर बेस्ट बेबी ब्लागर भी तो है...शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंहमने भी यह लेख पढ़ा...अच्छा लगा 'पाखी की दुनिया; को देखकर...मुबारकवाद.
जवाब देंहटाएंमैंने पाखी की दुनिया देखी. बहुत प्यारी है बिलकुल पाखी की तरह. मैंने भी एक ब्लॉग बनाया है - किशुसिया की दुनिया. इस ब्लॉग पर आइये, लिंक है - http://kishita-sia.blogspot.com
जवाब देंहटाएंहा हमलोगों ने भी पढ़ा था....बेहद अच्छा लगा चर्चा मे देख कर..बधाई
जवाब देंहटाएंअच्छे कार्यों की सर्वत्र चर्चा होती है....सभी को बधाई.
जवाब देंहटाएंयह भी खूब रही..एक साथ इत्ते सारे ब्लॉग..मन प्रसन्न हो गया बाल-लीलाओं से.
जवाब देंहटाएंपाखी की चर्चा तो खूब विस्तार से की गई है...जलवे हैं पाखी बिटिया के.
जवाब देंहटाएंआजकल के बच्चे काफी स्मार्ट हो गए हैं...चर्चा की बधाइयाँ और प्यार.
जवाब देंहटाएंयह चर्चा हमने भी हिंदुस्तान में पढ़ी थी..मुबारकवाद.
जवाब देंहटाएंदेरी से आने के लिए माफ़ी...पर चर्चा तो बच्चों की सुन्दर है. पाखी की और भी सुन्दर...बधाई.
जवाब देंहटाएंखूब बधाई...खिलाओ मिठाई.
जवाब देंहटाएंपाखी, आपके बारे में कानपुर से प्रकाशित बाल साहित्य समीक्षा और देहरादून के नवोदित स्वर में भी पढ़ा ...बधाई.
जवाब देंहटाएंवाह, नन्हे ब्लॉगर्स से मिला कर अच्छा लगा...बधाई.
जवाब देंहटाएं