मंगलवार, फ़रवरी 05, 2013

डाक-टिकटों की खूबसूरत दुनिया में अक्षिता


पिछले दिनों (13-14 जनवरी 2013) इलाहाबाद में 'डाक- टिकट प्रदर्शनी' (Philatelic Exhibition) का आयोजन उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के महात्मा गाँधी कला वीथिका में हुआ तो मैं भी ममा-पापा के साथ देखने पहुँची। वाह, वहां तो ढेर सारे रंग-बिरंगे डाक टिकट लगे हुए थे। कहीं गाँधी जी पर जारी डाक टिकटों की सीरीज थी तो कहीं इलाहाबाद और आस-पास से जुड़े विषयों और लोगों पर जारी डाक टिकटें प्रदर्शित की गई थीं।
 
इस प्रदर्शनी में फिलेटलिस्टों द्वारा तमाम डाक टिकटों की प्रदर्शनी लगायी गयी। कुल 59 फ्रेमों में हजारों की संख्या में डाक-टिकट प्रदर्शित किए गये। इनमें इलाहाबाद से संबंधित विषयों पर जारी डाक-टिकट, डाक-टिकटों के माध्यम से सिनेमा के 100 वर्ष,राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, रविंद्रनाथ टैगोर,नेहरु परिवार पर जारी डाक टिकट, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर जारी डाक टिकट, मस्जिदों पर जारी डाक-टिकट से लेकर से लेकर जैव विविधता, रोटरी,अग्निशमन, रेड क्रास और एड्स, मलेरिया इत्यादि के विरूद्ध जागरूक करते तमाम रंग-बिरंगे डाक-टिकट प्रदर्शित किये गये।
 
 
इनमें सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों द्वारा जारी दुर्लभ डाक-टिकट व डाक-स्टेशनरी भी शामिल थे। प्रदर्शनी में वरिष्ठ फिलेटलिस्टों के अलावा तमाम बच्चों ने भी अपने डाक-टिकटों का प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शनी देखने के बाद तो यही लगा कि हर डाक टिकट की अपनी एक कहानी है और इसे समझने की जरुरत है !!

3 टिप्‍पणियां:

  1. एक इतिहास की साक्षी अक्षिता..

    जवाब देंहटाएं
  2. यह प्रदर्शनी देखने के बाद तो यही लगा कि हर डाक टिकट की अपनी एक कहानी है और इसे समझने की जरुरत है..Ekdam sahi socha pakhi apne.

    जवाब देंहटाएं