दशहरे की छुट्टियाँ ख़त्म, फिर से स्कूल. पर इन छुट्टियों में मैंने तो खूब मस्ती की. पार्क घूमती, रेस्तरां में खाना खाती, माँ दुर्गा की मूर्तियाँ देखती, बैलून फुलाती और उड़ाती, सिस्टर तन्वी के साथ खूब मस्ती...और यह मेहंदी भी तो. ये देखिए...कैसी लग रही है मेरी मेहंदी. खूब चढ़ी है ना.
वाह ...पाखी की मेंहदी तो बहुत ही सुन्दर लग रही है ,किसने लगाई ....?
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर लग रही है|
जवाब देंहटाएंपाखी ने हाथों पर मेंहदी रचाई है,
जवाब देंहटाएंइन हाथों से मन में गुदगुदी मचाई है!
मेंहदी तो अच्छी है ,दोनों हाथों पर एक साथ लगवाने के बाद अपनी सेवा खूब करवाई होगी।
जवाब देंहटाएंबड़ी प्यारी लग रही है।
जवाब देंहटाएं@ REkha Aunty,
जवाब देंहटाएंधन्यवाद..यह मेहंदी लगाई इक ब्यूटी-पार्लर वाली आंटी ने.
@ Patali Ji,
जवाब देंहटाएंThanks a lot.
@ Ravendra Uncle,
आपके इन प्यार भरे शब्दों के लिए प्यार और आभार.
@ Praveen Uncle,
जवाब देंहटाएंThanks a lot.
@ Mathur Dada ji,
यह तो सच्ची बात कही आपने. काफी देर तक तो मैं दोनों हाथों से कुछ भी काम नहीं कर सकी.
वाकई, पाखी के हाथों में तो मेहंदी खूब जँच रही है. पाखी और तन्वी को प्यार और आशीर्वाद.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर मेंहदी....पाखी
जवाब देंहटाएंवाह पाखी जी, यह तो खूब फब रही है. मेहंदी से भला किसे न प्यार हो.
जवाब देंहटाएंममा और तन्वी ने लगवाया कि नहीं..
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत..पर प्यारी पाखी से ज्यादा नहीं.
जवाब देंहटाएंआपकी मेहन्दी ने तो हमारा मन मोह लिया बेटू जी.
जवाब देंहटाएंमनभावन लगी आपकी मेहंदी बिटिया रानी जी.
जवाब देंहटाएंआपने फोटुयें भी सुन्दर लगाई हैं..ममा से कहकर 'काला टीका' भी तो लगायें. बड़ी प्यारी लग रही है.
जवाब देंहटाएं..लाजवाब !!
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