गुरुवार, अप्रैल 15, 2010

ब्लागोत्सव -2010 की कला दीर्घा में पाखी की अभिव्यक्ति

आज का दिन खुशियों भरा दिन है। पहली बार ब्लॉग की दुनिया से जुड़े लोग ब्लागोत्सव मना रहे हैं। ब्लागोत्सव-2010 आज से आरंभ भी हो चुका है, जरुर जाइएगा वहाँ पर। वहाँ पर कला दीर्घा में आज अक्षिता(पाखी) की अभिव्यक्ति भी देखिएगा। इस उत्सव के इस सूत्र वाक्य पर भी ध्यान दें- अनेक ब्लॉग नेक ह्रदय।

जब पहली बार मैंने इस उत्सव के बारे में सुना था तो बड़ी उदास हुई थी की हम बच्चों के लिए वहां कुछ नहीं है। फिर मैंने इसके मुख्य संयोजक रवीन्द्र प्रभात अंकल जी को लिखा कि- हम बच्चे इसमें अपनी ड्राइंग या कुछ भेज सकते हैं कि नहीं। जवाब में रवीन्द्र अंकल ने बताया कि अक्षिता जी! क्षमा कीजिएगा बच्चों के लिए तो मैने सोचा ही नही जबकि बिना बच्चों के कोई भी अनुष्ठान पूरा ही नही होता, इसलिए आप और आपसे जुड़े हुए समस्त बच्चों को इसमें शामिल होने हेतु मेरा विनम्र निवेदन है...देखा कितने प्यारे अंकल हैं रवीन्द्र जी। हम बच्चों का कित्ता ख्याल रखते हैं। अले भाई, जब बच्चे नहीं रहेंगे तो उत्सव कैसे पूरा होगा।

तो आप सब भी इस उत्सव में शरीक हों और हाँ अपनी प्यारी पाखी की कविता ' नन्हीं गौरैया' और दो ड्राइंग वहाँ देखना न भूलियेगा... और अपनी टिप्पणियों से जरुर अवगत कराइयेगा, नहीं तो मुझे कैसे पता चलेगा कि आपको कैसा लगा।
!! ब्लागोत्सव-2010 में कला दीर्घा में आज : अक्षिता(पाखी) की अभिव्यक्ति में आप सभी का स्वागत है !!

59 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर पाखी बिटिया. आपकी चर्चा हर तरफ हो..आप खूब प्रगति करो.

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  2. उड़कर आई नन्हीं पाखी
    ब्लागोत्सव में हमारे।
    प्यारी-प्यारी उसकी ड्राइंग
    लगती कितनी प्यारी .
    ...पाखी को ढेर सारा प्यार व आशीष कि आप यूँ ही उन्नति के पथ पर अग्रसर हों.

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  3. उड़कर आई नन्हीं पाखी
    ब्लागोत्सव में हमारे।
    प्यारी-प्यारी उसकी ड्राइंग
    लगती कितनी प्यारी .
    ...पाखी को ढेर सारा प्यार व आशीष कि आप यूँ ही उन्नति के पथ पर अग्रसर हों.

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  4. जैसे चिडि़या चहचहाती हैं वैसे आपकी रचनाएं चहचहाएं मतलब सबके कानों तक पहुंच जाएं।

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  5. हुर्रे पाखी..यह तो बड़ी दिलचस्प बात बताई..मैं अभी जाकर देखकर आता हूँ.

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  6. बेनामी15 अप्रैल, 2010

    blogotsaw me tumhein dekhkar achha laga.....
    yun hi tarakki karo....

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  7. वाह पाखी..लाजवाब. तुसी तो कमाल की निकली मेरी नन्हीं दोस्त. एक तरफ इमरोज़ जी की पेंटिंग और वहीँ पाखी की भी..छा गई मेरी नन्हीं गुडिया.

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  8. पाखी की गैलरी में मैंने लिखा कि-

    "रवीन्द्र जी, आपके इस प्रयास की जितनी भी सराहना की जाय कम ही होगी. वाकई इस प्रकार के प्रयास ब्लॉग जगत को शिद्दत से जोड़ते हैं. आपकी पूरी टीम को हमारी शुभकामनायें. चूँकि इस उत्सव में पाखी के ब्लॉग पर दिए गए लिंक की बदौलत ही पहुंचा हूँ, अत: पाखी को भी हमारी शुभकामनायें. अभी से इतना सुन्दर प्रयास...लाजवाब. "

    .....अब तो मेरी मिठाई पक्की ना.

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  9. अक्षिता बिटिया को ढेरों शुभकामनायें व प्यार.

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  10. अरे भाई कहाँ हो रहा है उत्सव. चलो हम भी देख आते हैं.

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  11. पाखी के लिए तो वहाँ भी अच्छा-अच्छा लिखा गया है. जरा एक नज़र तो देखो कि किसने क्या कहा...

    रश्मि प्रभा... ने कहा…
    चूं चूं करते बच्चे कहते गौरैया माँ से
    ये पाखी तो हमारे जैसी ही है........
    विस्तृत आकाश तुमको मिले पाखी

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  12. अविनाश वाचस्पति ने कहा…

    अक्षिता बिटिया को आशीर्वाद लिखते चलो, रचते चलो - पढ़ते चलो, कहते चलो - चलते चलते मन से ब्‍लॉगिंग करती चलो।

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  13. arun c roy ने कहा…

    "चूं-चूं करते उसके बच्चे
    लगते कितने प्यारे। "

    सुंदर कविता ...
    ईश्वर अक्षिता को खुशिया दे...
    ब्लोग्गेर परिवार की हमारी गौरेया को आकाश मिले और मिले पंख को शक्ति !

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  14. अरे वाह!! समीर अंकल के साथ तो अक्षिता बिटिया को होना ही था:

    गौरैया रोज तिनका लाती
    प्यारा सा घोंसला बनाती।
    चूं-चूं करते उसके बच्चे
    चोंच से खाना खिलाती।

    कितनी सुन्दर सुन्दर ड्राईंग लगाई है आपने. वेरी गुड मिला है आपको समीर अंकल की तरफ से.

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  15. 'अदा' ने कहा…

    अक्षिता बिटिया को आशीर्वाद....
    आप खूब प्रगति करो...
    पाखी को ढेर सारा प्यार व आशीष...

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  16. Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

    पाखी का गीत तथा ड्राइंग दोनों ही बहुत प्यारे हैं. अक्षिता (पाखी) के रूप में आपने भविष्य के ब्लोगर्स को भी पेश करना आरंभ किया है, इसके लिए बधाई.

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  17. बेनामी15 अप्रैल, 2010

    जलवे हैं पाखी के तो. लगता है उत्सव के लिए सजधज कर निकली है, तभी तो तस्वीर में नन्हीं गौरैया की तरह चहचहाती दिख रही है. हम भी चलते हैं ब्लॉग उत्सव में .

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  18. बेनामी15 अप्रैल, 2010

    ..और तो और अब हिंदी ब्लॉग जगत के पितामह समीर जी ने भी उड़नतश्तरी से आकर यहाँ पाखी को वेरी गुड दे दिया है. इससे बड़ी बात क्या हो सकती है.

    कितनी सुन्दर सुन्दर ड्राईंग लगाई है आपने. वेरी गुड मिला है आपको समीर अंकल की तरफ से.

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  19. बहुत सुन्दर अक्षिता जी. आप तो पूरी कलाकार व कवि निकलीं. बधाई.

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  20. हम भी आपकी सुन्दर झांकी देख आए. कितने प्यारे-प्यारे चित्र बनाये और आपकी बाल कविता तो खूब गुनगुनाने का मन करता है.

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  21. पाखी की ड्राइंग देखो
    कितना सुन्दर नजारा
    कितनी प्यारी कविता लिखती
    सारा जग फिर हारा
    सबको भेजे इस उत्सव में
    मैं जाऊं बलिहारी
    पाखी तो सभी को लगे प्यारी-प्यारी

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  22. अजी मान गए अक्षिता(पाखी) को.

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  23. आप सभी के इस प्यार व स्नेह के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं.

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  24. Hi my swetest angel.. ap to kamal ki niklin..Congts !!

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  25. बहुत सुन्दर पाखी .आप खूब प्रगति करो.

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  26. पाखी को ढेर सारा प्यार व आशीष...

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  27. आज तो पाखी की बल्ले-बल्ले है. पहले ही दिन ब्लागोत्सव में इंट्री मिल गई है.

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  28. क्या बात है पाखी बहुत बढ़िया! बेहद ख़ुशी हुई की तुममें इतनी सारी प्रतिभाएं हैं! तुम ज़िन्दगी में खूब तरक्की करो और अपने पापा मम्मी का नाम रोशन करो! तुम्हारे लिए ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद !

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  29. अले बाबा ले बाबा!! आपने तो मुझे चक्कर में डाल दिया... आपकी कविता वाली चिड़िया को देखूँ कि आपकी ड्राइंग वाली चिड़िया को... या फिर मेली प्याली पाखी को... आपसे मिलकर मुझे एक बहुत पुराना गाना याद आ गया...
    तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई
    यूँ ही नहीं दिल लुभाता कोई,
    जाने तू या जाने ना
    माने तू या माने ना...जीती रहो!!!

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  30. बहुत खूब पाखी. ब्लागोत्सव में सबसे ज्यादा कमेन्ट तो आपकी ही ड्राइंग और कविता पर आये. पाखी है ही इत्ती प्यारी व न्यारी. खूब मस्ती करो और जमकर ब्लोगिंग करो.

    ...कुछ प्यारे-प्यारे कमेंट्स वहाँ से साभार यहाँ पेस्ट कर रही हूँ...

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  31. अभिलाषा ने कहा…

    मान गए भाई इस प्यारी सी नन्हीं ब्लागर को..अभी तो इस उत्सव के कई रंग देखने बाकी हैं. एक तरफ इमरोज़ जी की ड्राइंग, इधर अक्षिता(पाखी) की ड्राइंग. कहते हैं ना किसी भी सभ्यता व संस्कृति के वाहक बच्चे ही होते हैं. अक्षिता (पाखी) को हार्दिक बधाई व आशीर्वाद

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  32. डॉ. मनोज मिश्र ने कहा…

    बहुत खूबसूरत,होन-हार विरवान के ....,मेरी शुभकामनायें.

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  33. दिनेशराय द्विवेदी ने कहा…

    अक्षिता!
    तुम्हारी कविताएँ और चित्र दोनों बहुत भाए। मन तो करता है तुम्हारे साथ आ कर खेला जाए। कौन से खेल पसंद करती हो?

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  34. sangeeta swarup ने कहा…

    अक्षिता बिटिया नन्ही प्यारी ,
    कविता लिखती न्यारी न्यारी ...

    बहुत सारा आशीर्वाद और शुभकामनायें....

    चित्रकला भी बहुत खूबसूरत है....

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  35. Bhanwar Singh ने कहा…

    बहुत सुन्दर प्रस्तुति. उत्सव की बधाइयाँ. अक्षिता(पाखी) को विशेष बधाई. संयोजक प्रभात जी को इस शुभ कार्य के लिए नमन.

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  36. KK Yadava ने कहा…

    आपने प्यारी बिटिया पाखी को इस उत्सव में पहले दिन ही भागीदारी दी, यह आपका बड़प्पन है. ब्लागोत्सव-2010 से जुड़े सभी लोगों का साधुवाद व आभार !!

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  37. मनोज कुमार ने कहा…

    उत्तम अभिव्यक्ति!

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  38. ρяєєтι ने कहा…

    paakhi, tum to bahut accha likhti ho aur drawing bhi khubsurat hai... bas ese hi aage badhti raho.. god bless u...

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  39. दीनदयाल शर्मा ने कहा…

    ब्लॉग उत्सव 2010 में पाखी को देख कर प्रसन्नता हुई..बधाई व शुभकामनायें...
    टाबरटोळी

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  40. रवीन्द्र प्रभात ने कहा…

    पाखी की कविताएँ और चित्र दोनों को वेरी गुड दने के लिए आप सभी लोगों का साधुवाद व आभार !!

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  41. वाह पाखी, ब्लागोत्सव में आपकी ड्राइंग एवं कविता तो कमाल की है. मेरी तरफ से आज मन भर आइसक्रीम और चाकलेट खाना.

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  42. पाखी रोज ड्राइंग बनाती
    प्यारा सी कविता सुनाती
    नन्हीं-मुन्नी प्यारी पाखी
    हम सबका मन हर्षाती.

    यह कविता मेरी तरफ से प्यारी पाखी के लिए. जरुर बताना कैसी लगी.

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  43. @ समीर अंकल,
    सिर्फ वेरी गुड से काम नहीं चलेगा, चाकलेट भी चाहिए सबसे अच्छे वाले अंकल जी से.

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  44. @ घनश्याम अंकल,
    आज तो मिठाई आपसे ही खाऊँगी.

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  45. @ शरद अंकल,

    आपकी कविता बहुत प्यारी व न्यारी है..

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  46. @ रश्मि आंटी,

    U r so cute..thanks for this !!

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  47. @ Samvedna ke swar,

    तेरा मुझसे है पहले का नाता कोई
    यूँ ही नहीं दिल लुभाता कोई,
    जाने तू या जाने ना
    माने तू या माने ना...जीती रहो!!!

    ....प्यारा है..जरुर कोई नाता है, तभी तो आप आशीष देने यहाँ आए .

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  48. पाखी को ढेर सारा प्यार व आशीष कि आप यूँ ही उन्नति के पथ पर अग्रसर हों.

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  49. @ मनोज कुमार

    सुन्दर व दिलचस्प चर्चा. पाखी बिटिया की चर्चा के लिए विशेष आभार.

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  50. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  51. बहुत खूब, पाखी की अभिव्यक्ति तो सभी को खूब पसंद आई. अब तो पाखी को और मन से कोई काम करना चाहिए.

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  52. @मनोज अंकल जी
    ...आपको धन्यवाद कि आपने मेरी पोस्ट की चर्चा की. अपना स्नेह एवं आशीष बनाये रखियेगा.

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  53. मम्मा-पापा,
    सही कहा. अब तो मैं और दिल लगाकर कोई काम करुँगी.
    आप तो बेस्ट ममा -पापा हो ना.

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  54. पाखी तो बहुत प्यारा चित्र बनाती हैं..और बाल गीत के क्या कहने ..बधाई.

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