शनिवार, जनवरी 16, 2010

रानी लक्ष्मीबाई के झाँसी किले में

पिछले दिनों मम्मी-पापा के साथ झाँसी गई थी. वहाँ मैंने रानी लक्ष्मीबाई का किला भी देखा. यह जगह मुझे बहुत सुन्दर लगी. आजकल रानी लक्ष्मीबाई (मनु) पर सीरियल भी देख रही हूँ, सो इससे और भी अच्छा लगा.

(ये रही कड़क बिजली तोप पर मेरी सवारी )
(यहीं से बहादुर रानी लक्ष्मीबाई ने अपने पुत्र के साथ किले से अपने घोड़े पर बैठकर छलांग लगाई थी)
(इस शिव-मंदिर में रानी लक्ष्मीबाई रोज पूजा करती थीं)

14 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर चित्र पाखी लाई..इतने दिनों तक कहाँ गायब हो गई थी.

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  2. अतिसुन्दर. पाखी को देखकर मनु की याद आ गई.

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  3. अतिसुन्दर. पाखी को देखकर मनु की याद आ गई.

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  4. पाखी तो शानदार जगह घूम आई. अब तो हम भी जायेंगें.

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  5. बेनामी08 फ़रवरी, 2010

    बड़ी मस्ती में तोप पर बैठी हैं पाखी जी..बहादुर बच्ची.

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  6. संभल के अक्षिता, कहीं गिर ना जाना.

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  7. आजकल लक्ष्मीबाई पर धारावाहिक भी देख रहे हैं, ऐसे में इन चित्रों ने बड़ा प्रभावित किया.

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  8. पाखी की हर अदा ही निराली है.
    वैसे लगती ये बड़ी भोली-भाली है.

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  9. आप सभी ने तो बड़ी अच्छी-अच्छी बातें लिखी है, मैंने तो सोचा था की आप लोग मुझे भूल गए होंगें. बस यूँ ही अपना प्यार देते रहें.

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  10. ..भला पाखी को कोई भूल सकता है.

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