पिछले दिनों मम्मी-पापा के साथ झाँसी गई थी. वहाँ मैंने रानी लक्ष्मीबाई का किला भी देखा. यह जगह मुझे बहुत सुन्दर लगी. आजकल रानी लक्ष्मीबाई (मनु) पर सीरियल भी देख रही हूँ, सो इससे और भी अच्छा लगा.
(ये रही कड़क बिजली तोप पर मेरी सवारी ) (यहीं से बहादुर रानी लक्ष्मीबाई ने अपने पुत्र के साथ किले से अपने घोड़े पर बैठकर छलांग लगाई थी) (इस शिव-मंदिर में रानी लक्ष्मीबाई रोज पूजा करती थीं)
सुन्दर चित्र पाखी लाई..इतने दिनों तक कहाँ गायब हो गई थी.
जवाब देंहटाएंअतिसुन्दर. पाखी को देखकर मनु की याद आ गई.
जवाब देंहटाएंअतिसुन्दर. पाखी को देखकर मनु की याद आ गई.
जवाब देंहटाएंपाखी तो शानदार जगह घूम आई. अब तो हम भी जायेंगें.
जवाब देंहटाएंऐतिहासिक मनभावन चित्र.
जवाब देंहटाएंBeautifull.
जवाब देंहटाएंबड़ी मस्ती में तोप पर बैठी हैं पाखी जी..बहादुर बच्ची.
जवाब देंहटाएंसंभल के अक्षिता, कहीं गिर ना जाना.
जवाब देंहटाएंआजकल लक्ष्मीबाई पर धारावाहिक भी देख रहे हैं, ऐसे में इन चित्रों ने बड़ा प्रभावित किया.
जवाब देंहटाएंपाखी की हर अदा ही निराली है.
जवाब देंहटाएंवैसे लगती ये बड़ी भोली-भाली है.
Wonderfull !!
जवाब देंहटाएंआप सभी ने तो बड़ी अच्छी-अच्छी बातें लिखी है, मैंने तो सोचा था की आप लोग मुझे भूल गए होंगें. बस यूँ ही अपना प्यार देते रहें.
जवाब देंहटाएं..भला पाखी को कोई भूल सकता है.
जवाब देंहटाएंREALY BEAUTIFUL...
जवाब देंहटाएं