शनिवार, सितंबर 26, 2009

नवरात्रि की धूम

आप सभी को नवरात्र की बधाइयाँ। आज मैं मम्मी-पापा के साथ माता जी का दर्शन करने मन्दिर गई थी। वहाँ तो बहुत भीड़ थी। जिसे देखो सब माता जी का दर्शन करने आ रहे थे। मैंने तो माता जी की खूब पूजा की और आशीर्वाद भी माँगा। और हाँ, पुजारी जी ने मुझे एक नहीं दो-दो चुनरी ओढाई, गले में माला डाली और ढेर सारा प्रसाद दिया। यह सब लेकर घर आई तो मम्मी ने मेरी एक सुंदर सी फोटो भी खींच ली। अब बताइए कि मैं चुनरी में कैसी लग रही हूँ।

13 टिप्‍पणियां:

  1. .....प्यारी लग रही है पाखी. माँ का आशीर्वाद बना रहे.

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  2. चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है...जय माता दी.....पाखी कि एक बेहतरीन फोटो.

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  3. विजयदशमी की शुभकामनायें. जीवन के हर मोड़ पर आप विजयी हों और अन्याय की पराजय हो.

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  4. खूबसूरत चित्र.दशहरा पर्व की शुभकामनायें.

    ...मेरा प्रसाद कहाँ है.

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  5. खूबसूरत चित्र.दशहरा पर्व की शुभकामनायें.

    ...मेरा प्रसाद कहाँ है.

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  7. एक साल सिरहाने रख कर
    एक याद पेतानें रख कर
    चला गया ये साल ये चला गया
    ख़ाली से पैमाने रख कर
    भरे भरे अफसाने रख कर
    चला गया ये साल ये चला गया
    भूरे बिसरे गाने रख कर
    गानों मै कुछ मानें रख कर
    चला गया ये साल ये चला गया
    नीली आखें चिठ्ठी रख कर
    इमली कुछ खट्टी मीठी रख कर
    शुभ संकेतों बाले मुह मै
    बस तोढ़ी से मिटटी रख कर
    बच्चों के दास्तानें रख कर
    सच को सोलह आने रख कर
    चला गया ये साल ये चला गया !
    ....नए साल की बधाई.

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