आप सब 'पाखी' को बहुत प्यार करते हैं...

रविवार, सितंबर 26, 2010

डाटर्स-डे पर पाखी की ड्राइंग...

आपको पता है, आज डाटर्स डे (Daughters Day) है. डाटर्स-डे पर मुझे क्या करना है...सोचती हूँ आज ममा-पापा को खूब प्यार करूँ. पर ममा-पापा को तो मैं वैसे भी प्यार करती हूँ, फिर इसके लिए किसी दिन की क्या जरुरत. मैं तो वैसे भी प्यारी बिटिया रानी हूँ. आप लोग भी मुझे कित्ता प्यार करते हैं. पापा ने यह तो बताया कि डाटर्स-डे सितंबर माह के चौथे रविवार को मनाया जाता है, पर क्यों मनाया जाता है, यह नहीं बताया...चलिए कोई बात नहीं, आप सब अपनी इस प्यारी सी नन्हीं पाखी को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद देते रहिएगा, आखिर मैं प्यारी बिटिया रानी जो हूँ.



डाटर्स-डे पर मैंने इक ड्राइंग भी बनाई. इसमें मैंने अपनी जैसी ढेर सारी गर्ल्स बनाईं, ये सब डाटर्स-डे पर खूब मस्ती कर रही हैं. इस पर मैंने अपना व ममा का नाम लिखकर पापा को प्रजेंट कर दिया. पापा को तो यह बहुत पसंद आई, आप भी बताइयेगा कि मेरी यह ड्राइंग आपको कैसी लगी...और हाँ, मुझे ढेर सारा प्यार देना भी ना भूलियेगा !!


मंगलवार, सितंबर 21, 2010

करमाटांग बीच पर मस्ती...

पिछले दिनों मम्मा-पापा के साथ मायाबंदर घूमने गई तो वहाँ का करमाटांग बीच भी देखा. लोग बता रहे थे कि सुनामी ने इस बीच को काफी नुकसान पहुँचाया. रास्ते में मैंने एक घर ऐसा भी देखा जो सुनामी के चलते पूरा जमीन में घुस गया था.यहाँ पर हम बच्चों के लिए एक अच्छा पार्क भी था, जो अब तो ख़राब हो चुका है. फिर भी मुझे यहाँ मस्ती करने से कौन रोक सकता है.मैंने वहाँ पर झूले का भी मजा लिया.और मेरा यह अंदाज़ आपको कैसा लगा. जरा इस नारियल के पेड़ पर तो चढ़ कर देखूं. कित्ता मोटा है, मैं तो इसे पकड़ भी नहीं सकती. कित्ती धूप लग रही है. जरा यहाँ चढ़कर भी तो समुद्र को देख लूं कि कित्ता बड़ा है. बड़ा मजा आया यहाँ...खूब मस्ती की, झूला झूला, खूब दौड़ी पेड़ों के बीच, पर बीच पर नहा नहीं पाई क्योंकि सूरज दादा परेशान कर रहे थे और तट पर पानी भी खूब नहीं दिख रहा था.

शुक्रवार, सितंबर 17, 2010

'शुक्रवार' में चर्चित चेहरे के तहत 'पाखी की दुनिया' की चर्चा...

कल मैंने आपको बताया था कि दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान अख़बार में 'ब्लॉग की क्रिएटिव दुनिया' के तहत भारत मल्होत्रा अंकल ने बच्चों से जुड़े ब्लॉगस की चर्चा की है. इस चर्चा को तो आप सभी लोगों ने पसंद ही किया. पर पापा के दिल्ली में पोस्टेड एक मित्र ने जब यह पढ़ा तो अचरज में पड़ गए. वे मेरे नाम से तो परिचित हैं, पर मेरे ब्लॉग से नहीं. फिर उन अंकल जी ने ही यह बताया कि 'पाखी की दुनिया' का जिक्र तो उन्होंने अन्यत्र भी पढ़ा है. इसके बाद उन अंकल जी ने इसे ढूंढने के लिए मेहनत आरंभ कर दी और 'पाखी की दुनिया' की चर्चा मिली 'शुक्रवार' पत्रिका के 31 जुलाई-6 अगस्त अंक में. इसमें 'चर्चित चेहरे' के तहत 'पाखी की दुनिया' का जिक्र किया गया है. और हाँ, ब्लॉग के साथ-साथ मेरे जन्म-दिन, ममा-पापा और स्कूल के बारे में भी बताया गया है. अब तो चर्चा के फायदे भी पता चल गए. आप भी पढ़िए ना और बताइयेगा कि अपनी नन्हीं पाखी के बारे में पढ़कर आपको कैसा लगा-

(पढने में सुविधा के लिए पूरी रिपोर्ट को हू-ब-हू यहाँ पढ़ सकते हैं- प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं, बशर्तें उसे अनुकूल वातावरण मिले। ऐसे ही वातावरण में पली-बसी अक्षिता (पाखी) को वर्ष 2010 की श्रेष्ठ नन्हीं ब्लॉगर का खिताब मिला है। अक्षिता का 'पाखी की दुनिया' http://pakhi-akshita.blogspot.com/ नाम से ब्लॉग है। 25 मार्च, 2007 को कानपुर में जन्मी अक्षिता वर्तमान में कार्मेल स्कूल, पोर्टब्लेयर में नर्सरी में पढ़ती हैं। अक्षिता के पिता कृष्ण कुमार यादव अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के निदेशक, डाक सेवा पद पर पदस्थ हैं और मम्मी आकांक्षा यादव उप्र के एक कालेज में प्रवक्ता हैं। दोनों ही चर्चित साहित्यकार व सक्रिय ब्लॉगर भी हैं। अक्षिता की रूचि ड्राइंग में भी है. पहले तो उसके मम्मी-पापा ने उसकी ड्राइंग पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन बाद में उन्होंने इन चित्रों को ब्लॉग के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की.)

गुरुवार, सितंबर 16, 2010

दैनिक 'हिंदुस्तान' में हम बच्चों के ब्लॉगस की चर्चा....

आप सभी को हम बच्चों के ब्लॉगस तो खूब भाते हैं ना. तभी तो हम लोगों के ममा-पापा हम बच्चों की बातें आपके सामने लाते हैं. कुछ ब्लॉगस तो हम बच्चों के लिए प्यारी-प्यारी कवितायेँ, कहानी और तमाम बातें भी लेकर आते हैं. दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान अख़बार में आज 16 सितम्बर, 2010 को 'ब्लॉग की क्रिएटिव दुनिया' के तहत भारत मल्होत्रा अंकल ने बच्चों से जुड़े ब्लॉगस की चर्चा की है. इसमें हम होंगे कामयाब, पाखी की दुनिया, बाल-दुनिया, अक्षयांशी, BAL SAJAG, सरस पायस , नन्हा मन का उल्लेख किया गया है. इसे आप इस लिंक पर जाकर देख सकते हैं- ब्लॉग की क्रिएटिव दुनिया .फिर भी इसे यहाँ साभार दे रही हूँ-
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दोस्तो, तुम्हें याद होगा कि कुछ समय पहले हमने तुम्हें बताया था कि तुम अपना ब्लॉग कैसे बना सकते हो। जब हमने नेट पर सर्च किया तो पाया कि ऐसे बहुत से ब्लॉग बच्चों के हैं। कुछ बच्चे खुद ही अपने ब्लॉग को अपडेट करते हैं तो कुछ टेक्निकल जानकारी न होने की वजह से अपने पेरेंट्स या फिर किसी बड़े की मदद ले रहे हैं। जब हमने इन ब्लॉग्स को देखा तो वे बेहद रोचक लगे। कोई अपने पिकनिक पिक्चर नेट पर शेयर कर रहा है तो कोई बता रहा है कि किसी परिणाम से पहले उसे कैसा महसूस हुआ। पेंटिंग, कहानी, कविता, जोक्स आदि जो मन करता है, अपने ब्लॉग पर लिख रहे हैं। चलो मिलते हैं ऐसे ही कुछ बच्चों से, जो किसी स्टार से कम नहीं। भारत मल्होत्रा की रिपोर्ट।

दोस्तो, जब तुम इन ब्लॉग्स की सैर करोगे तो पाओगे कि तुम्हारी ही उम्र के बच्चे अपनी क्रिएटिविटी को कैसे दुनिया भर के लोगों तक पहुंचा रहे हैं। इसके साथ ही यहां होंगे कुछ ऐसे ब्लॉग्स, जो तुम्हारे लिये बेहद फायदेमंद होंगे और जिन्हें पढ़ना तुम्हारे लिये फायदे का सौदा होगा। इनमें कविता है, ड्रॉइंग है, मजेदार कहानियां हैं और सीखने को है बहुत कुछ। वे पापा से चॉकलेट मांगते हैं और मम्मी को तंग करते हैं। दादा-दादी के लाडले हैं और नानी के घर जाकर खूब ऊधम भी मचाते हैं। लेकिन इस सबके बाद भी ब्लॉगिंग भी करते हैं। तो चलो आज कुछ ऐसे ही नन्हे ब्लॉगर्स से मिला जाये-
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http://akshaysdream.blogspot.com/
नवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र अक्षय का यह ब्लॉग है। वह कहते हैं कि ब्लॉग बनाने की प्रेरणा मुझे अपनी मम्मी से मिली। दरअसल मम्मा जब भी कंप्यूटर में ब्लॉग पर कुछ-कुछ टाइप कर रही होती थीं तो मुझे यह देख कर बहुत अच्छा लगा। मैंने मम्मा से कहा कि मुझे भी बताओ कि कैसे आप टाइप कर लेती हैं। एक खास तरह के फॉन्ट पर मम्मा ने टाइप करना मुझे सिखा दिया। फिर क्या था, मैं जो कविताएं कागज पर लिखा करता था, वह मैं अपने ब्लॉग पर करने लगा। 2007 में बने इस ब्लॉग पर मेरी कविताओं के लिए लगातार कमेंट्स आ रहे हैं। इस ब्लॉग पर मैं कविताओं के अलावा ड्रॉइंग भी बनाता हूं। मैंने अपने ब्लॉग का लिंक अपने ऑरकुट अकाउंट पर दिया हुआ है ताकि मेरे दोस्त भी ब्लॉग के लिंक पर क्लिक करें। देखा दोस्तो, अक्षय अपने ब्लॉग को लेकर कितना उत्साहित है।

http://www.pakhi-akshita.blogspot.com/
इस ब्लॉग के बाद नाम आता है अक्षिता यादव का। अक्षिता का प्यार का नाम पाखी है, यानी चिड़िया। उसकी उम्र तो बेहद कम है, लेकिन हिन्दी ब्लॉगिंग में वो एक जाना-पहचाना नाम बन चुकी है। अक्षिता के ब्लॉग पाखी की दुनिया पर क्लिक करके पहुंचा जा सकता है। इसमें उसकी रोजमर्रा की कहानी भी होती है। बात टीचर्स डे मनाने की हो या फिर जन्माष्टमी की खुशियां मनाने की, अक्षिता हर भावना को व्यक्त करने में कामयाब रही है। इसके साथ ही उसके ब्लॉग पर उसके बनाये चित्र भी देखे जा सकते हैं।

खूबसूरती से रंग भरती है अक्षिता।

अक्षिता अपने मम्मी-पापा के साथ पोर्ट-ब्लेयर में रहती है, लेकिन उसके मम्मी -पापा दोनों ब्लॉगिंग करते हैं। अक्षिता को प्लेयिंग, ड्रॉइंग के साथ-साथ घूमना-फिरना भी बेहद पसंद है, इसके साथ ब्लॉगिंग से तो उसे प्यार है ही। अक्षिता का ब्लॉग बेहद पॉपुलर है और फिलहाल हिन्दी के टॉप 150 ब्लॉगों में से एक है। तुम्हें पता है कि पाखी की तस्वीर तो बच्चों की एक मैगजीन के कवर पर भी छप चुकी है। बहुत पसंद किया जाता है पाखी को। कई अखबारों और पत्र-पत्रिकाओं में पाखी के नाम का जिक्र हो चुका है।

पाखी यह भी कहती है कि ब्लॉगिंग करने से उनके बाकी कामों पर कोई असर नहीं पड़ता। वो पढ़ाई-लिखाई और खेल-कूद के लिये पूरा वक्त निकाल लेती है। ब्लॉग पर उसके काम को देखते हुए उसे एक संस्थान की ओर से 2010 की सर्वश्रेष्ठ नन्ही ब्लॉगर का इनाम भी मिल चुका है। है, न मजेदार बात। हां, एक जरूरी बात, अक्षिता क्यों कि अभी छोटी है, इसलिये अपनी बातें और विचार ब्लॉग पर उतारने के लिये उसे अपने माता-पिता की मदद लेनी पड़ती है।

http://balduniya.blogspot.com/
यूआरएल पर जाकर तुम्हें निराश नहीं होना पड़ेगा। ये ब्लॉग पूरी तरह से तुम्हारे लिये ही हैं। इस पर तुम्हारे लिये ढेरों कवितायें भरी पड़ी हैं। इसके साथ ही कई मजेदार जानकारियां भी हैं, जैसे- हैप्पी बर्थडे गीत की शुरुआत कैसे हुई? फ्रैंडशिप डे के पीछे कौन सी कहानी छुपी है? यह क्यों मनाया जाता है? इसकी शुरुआत कैसे हुई?

इसमें कई रचनायें तो तुम्हारी उम्र के बच्चों की ओर से की गयी हैं। हां, अगर तुम चाहो तो तुम भी अपनी रचना, ड्रॉइंग आदि इस ब्लॉग पर भेज सकते हो, फिर वो तुम्हारे नाम से उसे यहां लगा देंगे। क्यों, है न मजेदार।

http://riddhisingh.blogspot.com/
ब्लॉग देखने में बेहद खूबसूरत लगता है। इसे एक बार देखने से यही लगता है कि कोई बड़ा इस छोटे से बच्चे की भावनाओं को, उसकी बातों को और उसकी शरारतों को तुम तक पहुंचाता है। क्योंकि यह ब्लॉग तुम जैसे ही किसी बच्चे का है, इसलिए वहां कुछ तुम्हें पसंद आए तो कमेंट जरूर करना। मौज-मस्ती से भरपूर यह ब्लॉग तुम्हारा मनोरंजन जरूर करेगा।

http://balsajag.blogspot.com/
बाल सजग एक ऐसा ब्लॉग है, जो बना है सिर्फ तुम बच्चों के लिए। इसकी टीम में सभी मजदूर बच्चे हैं, जो काम करते हैं और साथ ही कवितायें-कहानियां भी कहते हैं। इस ब्लॉग पर आने के बाद तुम्हें अहसास होगा कि भले ही इन बच्चों के पास सुविधाओं की कमी हो, लेकिन टेलेंट की कोई कमी नहीं है। ये बच्चे पेड़ लगाने का मैसेज भी देते हैं और नेताओं पर व्यंग्य भी करते हैं। हां, इनकी भाषा बिल्कुल तुम्हारे जैसी है- सिंपल। इस ब्लॉग पर एक बार आकर देखो, तुम्हें मजा आ जायेगा।

http://saraspaayas.blogspot.com/
इस ब्लॉग को हम लोगों तक पहुंचाने के लिए यह बच्चा अपने पेरेंट्स की मदद लेता है। यह ब्लॉग है रावेंद्र कुमार रवि का, लेकिन है ये तुम्हारे लिये। इसमें कई बच्चों के ब्लॉग के लिंक हैं और साथ ही मजेदार कवितायें भी हैं। इसके साथ ही मजेदार बातें तो हैं ही।

http://nanhaman.blogspot.com/
नन्हा मन इस ब्लॉग का नाम है। ब्लॉग की दुनिया में तुम लोगों के लिये यह एक ऐसा ब्लॉग है, जहां तुम्हारे मनोरंजन का खास ख्याल रखा गया है। और अगर तुम चाहते हो कि तुम्हारी कोई रचना यहां छपे तो nanhaman@gmail.com पर उसे मेल भी कर सकते हो।

दोस्तो, हो सकता है कि तुम्हें अच्छी कहानी, कविता लिखनी आती हो। तुम में से कुछ बच्चे अच्छी पेंटिंग करना भी जानते होंगे। लेकिन जब बात आती है इन सारी चीजों को कंप्यूटर में अपलोड करने की तो हो सकता है तुम्हें इसकी टेक्निकल जानकरी न हो। इस काम के लिए बड़ों की मदद लेने में मत हिचकना। जो बच्चे कंप्यूटर में ब्लांगिग करना चाहते हैं, वे बड़ों को देख-देख एक दिन खुद-ब-खुद एक्सपर्ट हो जाएंगे। हिन्दी में बच्चों के और ब्लॉग्स के लिये क्लिक करें
http://hindikids.feedcluster.com

साभार : Live हिंदुस्तान. com


(प्रकाशित आर्टिकल का चित्र साभार : Hindi Blogs in Media)

मंगलवार, सितंबर 14, 2010

हिंदी का सम्मान करें...


आज हिंदी दिवस है. तमाम त्यौहारों के बारे में तो पता चलता ही रहता है, पर इसके बारे में जानकर अच्छा लगा. पापा ने बताया कि संविधान सभा द्वारा 14 सितंबर, 1949 को सर्वसम्मति से हिंदी को संघ की राजभाषा घोषित किया गया था, तब से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है. मुझे तो हिंदी में बात करना बहुत अच्छा लगता है. हम लोगों के स्कूल में भी अंग्रेजी और हिंदी दोनों सिखाई जाती है. हिंदी तो अपनी मातृभाषा है, इसलिए इसका सम्मान करना चाहिए. हिंदी दिवस पर आप सभी को ढेरों बधाइयाँ और प्यार !!

गुरुवार, सितंबर 09, 2010

पाखी की ड्राइंग....कैसी लगी !!

यह देखिये मेरी एक और ड्राइंग...जरुर बताइयेगा कि यह कैसी लगी आपको और अपने इसमें क्या-क्या देखा !!

रविवार, सितंबर 05, 2010

मैंने भी मनाया शिक्षक-दिवस

आज शिक्षक दिवस (Teachers day) है. इसे हमने भी अपने स्कूल में सेलिब्रेट किया. चूँकि आज संडे है, अत: इसे हम लोगों ने 3 सितम्बर को ही स्कूल में मनाया. हमारी टीचर बहुत प्यारी हैं. रोज हमें नई-नई बातें बताती हैं और ढेर सारे खेल भी खिलाती हैं. टीचर्स-डे के बारे में उन्होंने बताया कि यह डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्म दिन पर मनाया जाता है. डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी एक अच्छे शिक्षक थे और बाद में भारत के राष्ट्रपति भी बने. उनके जीवन से जुडी और भी कई बातें टीचर जी ने बताईं. उन्होंने कहा कि यदि हम बच्चे अच्छी तरह से पढाई करेंगें और बड़े होकर नाम कमाएंगे तो उन्हें भी बहुत अच्छा लगेगा. मेरी टीचर जी मुझसे बहुत खुश रहती हैं. उन्हें आज तक ममा-पापा से एक भी शिकायत करने का मौका नहीं दिया. टीचर्स डे पर हम लोगों ने टीचर जी को प्यारे-प्यार फूल, कार्ड्स और गिफ्ट देकर इस दिवस की बधाई दी और हम लोगों को चाकलेट भी खाने को मिली।



शिक्षक-दिवस की आप सभी को भी बधाइयाँ !!
HAPPY TEACHER'S DAY !!

गुरुवार, सितंबर 02, 2010

आज माख्नन चोर श्री कृष्ण आयेंगें...




आज कृष्ण जन्माष्टमी है। आज ही तो देर रात माख्नन चोर श्री कृष्ण का जन्म हुआ था. आज तो ममा ने व्रत भी रखा है और जन्माष्टमी हमारे यहाँ खूब अच्छे से मनाई जाएगी. मैं भी देर रात तक जगकर आज कृष्ण-जन्मोत्सव देखूंगी. कृष्ण जी की बाल- लीलाएं तो मुझे बहुत अच्छी लगती हैं. वे भी तो हम बच्चों जैसे ही खूब शरारतें करते थे और फिर उनकी मैया यशोदा कित्ता डांटती थी. लेकिन कृष्ण जी भी कम नहीं थे, अंतत: मैया को अपनी तरफ कर ही लेते थे और फिर गोपियाँ देखती ही रह जाती थीं. और हाँ, कृष्ण जन्माष्टमी तो मेरे लिए इसलिए भी और महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि जन्माष्टमी के दिन ही मेरे पापा और नानी जी का भी जन्म हुआ था.



इस कृष्ण-जन्माष्टमी पर आप लोग मुझे ढेर सारा आशीर्वाद और प्यार दीजियेगा !!